धर्म डेस्क: मध्यप्रदेश के उज्जैन में सिंहस्थ महाकुंभ की शुरुआत के सिर्फ दो दिन बचे है। दुनिया के सबसे बड़े इस धार्मिक स्नान में दुनिया भर से साधु-संत जुट रहे है। सिंहस्थ में आने वाले अखाड़े के साधु-संत जो कि सभी के लिए किसी न किसी तरह आकर्षण का केंद्र बने रहते है।
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इन्ही में से एक महामंडलेश्वर है जो पछले 30 सालों से सिर्फ सरयु नदी का ही पानी पीते है। अगर उन्हें इस नदी का पानी नहीं मिलता है जो वह प्यासे रहते है, लेकिन किसी और जगह का पानी नहीं पीते है। इसी कारण वह सिंहस्थ महाकुंभ में अपने साथ अयोध्या की सरयु नदी से 300 लीटर पानी लेकर आए है।
दिंगबर अखाड़े के महामंडलेश्वर सीताराम दास महात्यागी महाराज इस बारे में बताते है कि अयोध्या में बहती सरयु नदी का पानी हल्का और साफ होता है। जिसे पीने से उन्हे कभी कोई बीमारी नहीं हुई है।
उन्हें कुंए, तालाब और अन्य जगहों से पानी का परिक्षण कराया गय़ा, लेकिन उनके लिए सबसे शुद्ध पानी सरयु नदी का ही है। इसीलिए जब वह अयोध्या में होते है तो ब्रह्म मुहूर्त में उठकर जानकी घाट, कनक महल पर ही सरयू नदी से स्नान करते है। महामंडलेश्वर केवल गाय से बने घी का सेवन करते है। वह भक्तो द्वारा दी गई चीजों को भक्तों में ही बांट देते है।
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