16 अगस्त को मंगल ने बदल ली चाल, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार 16 अगस्त शाम 6 बजकर 28 मिनट पर मंगल मेष राशि में प्रवेश कर चुके है और 9 सितम्बर पूरा दिन पूरी रात पार कर भोर पहले 3 बजकर 53 मिनट तक यहीं पर रहेंगे। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से आपकी राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार 16 अगस्त शाम 6 बजकर 28 मिनट पर मंगल मेष राशि में प्रवेश कर चुके है और 9 सितम्बर पूरा दिन पूरी रात पार कर भोर पहले 3 बजकर 53 मिनट तक यहीं पर रहेंगे, उसके बाद वहां से मीन राशि में वक्री हो जाएंगे और लगभग 26 दिनों तक वक्री ही रहेंगे फिर 4 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 8 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश करेंगे और 14 नवंबर दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक मीन राशि में ही रहेंगे। फिर वहां से मार्गी होकर 24 दिसंबर सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर फिर से मेष राशि में प्रवेश करेंगें।
जानिए क्या है वक्री का मतलब ?
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार मंगल के गोचर को समझने के लिये आपको मार्गी और वक्री का अर्थ समझना होगा। सभी ग्रह धरती से कोसों दूर हैं लेकिन भ्रमणचक्र (Axis) में अपने परिभ्रमण (Revolution) की प्रक्रिया में भ्रमणचक्र के अंडाकार होने से कभी ये ग्रह धरती से बहुत दूर चले जाते हैं तो कभी नजदीक आ जाते हैं। जब भी कोई ग्रह पृथ्वी के अधिक निकट आ जाता है तो पृथ्वी की गति अधिक होने से वह ग्रह उल्टी दिशा की और जाता महसूस होता है। जबकि वास्तव में वह ग्रह भी पृथ्वी की दिशा की और ही जा रहा होता है। पृथ्वी की गति अधिक होने से एक दूसरे को क्रॉस करते समय आगे आने के बावजूद वह पीछे यानि की उल्टा जाता हुआ लगता है। और जब कोई ग्रह पृथ्वी के सापेक्ष उल्टी दिशा मे गति करता है तो उसे ही वक्री कहा जाता है। वैसे ही जब कोई ग्रह पृथ्वी के सापेक्ष सीधी दिशा में सामन्य गति से चलता है तो उसे मार्गी कहा जाता है। सूर्य और चंद्रमा हमेशा मार्गी रहते है वहीं राहु और केतु हमेशा वक्री रहते है। और बाकि पांच ग्रह कभी मार्गी तो कभी वक्री होते रहते है।
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मंगल मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी है। मंगल की शुभ स्थिति में व्यक्ति शक्तिशाली और साहसी बनता है, वहीं मंगल अशुभ स्थिति में समाज के खिलाफ कामों के लिये प्रेरित करता है। । शरीर में नाभि के आस-पास का क्षेत्र मंगल का माना जाता है। तो मंगल के मेष राशि में इस गोचर के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मेष राशि
मंगल आपके पहले स्थान, यानी लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन लाभ होगा। समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। प्रेम-संबंधों के मामले में सब कुछ अच्छा रहेगा। साथ ही आपकी संतान को कोर्ट-कचहरी के कार्यों से लाभ मिलेगा। अतः 9 सितम्बर तक अस्थायी तौर मांगलिक प्रभाव से बचने के लिये और शुभ फल पाने के लिये आपको मंदिर में मसूर की दाल दान करनी चाहिए। ऐसा करने से आपको मंगल के अशुभ फलों के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी और आपके जीवन में लाभ की स्थिति बनी रहेगी।
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वृष राशि
मंगल आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से 9 सितम्बर तक आपकी आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी रहेगी। आप इस दौरान अपनी लग्जरी पर भी ध्यान दे सकते हैं। जीवन में सुख बना रहेगा। इस दौरान शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पायेंगे। आपका स्वास्थ्य भी ठीक बना रहेगा। अतः 9 सितम्बर तक अस्थायी तौर मांगलिक प्रभाव से बचने के लिये और शुभ फल पाने के लिये आपको मन्दिर या किसी धर्मस्थल पर बताशे दान करने चाहिए। ऐसा करने से आपके जीवन में सब ठीक रहेगा।
मिथुन राशि
मंगल आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। आपको आमदनी के नये स्रोत भी मिल सकते हैं। माता-पिता से भी आपको आर्थिक रूप से लाभ मिलेंगे। आध्यात्मिक कार्यों के प्रति आपकी आस्था बढ़ेगी। न्याय के लिये आप हमेशा आगे रहेंगे। जो लोग पशुपालन के काम से जुड़े हुए हैं या जो व्यापारी वर्ग के लोग हैं, उन्हें अच्छा लाभ मिल सकता है। अतः 9 सितम्बर तक लाभ की स्थिति सुनिश्चित करने के लिये मन्दिर में शहद का दान करें और कुत्ते को रोटी खिलाएं। इससे आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी।
कर्क राशि
मंगल आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर से आपके साथ आपके परिवार को भी लाभ मिलेगा। आप अपनी मेहनत के बल पर पैसा कमायेंगे। भले ही आपके पास नकदी कम होगी, परन्तु जायदाद में इजाफा होगा। अगर घर में सोना है तो उसे लॉकर में रखवा दें। आपकी सेहत अच्छी रहेगी, घर-गृहस्थी बेहतर होगी और संतान का सुख मिलेगा। इसके अलावा मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये 9 सितम्बर तक चूल्हे पर दूध उबालते समय इस बात का ध्यान रखें कि दूध उबलकर बर्तन से बाहर न गिरे। इससे आपको परेशानियों से छुटकारा मिलेगा और आपकी स्थिति बेहतर होगी।
सिंह राशि
मंगल आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने भाग्य से लाभ पाने में थोड़ी कोशिश करनी पड़ेगी। आपके काम मन मुताबिक पूरे होने में समय लग सकता है। आपका ध्यान धार्मिक चीज़ों से थोड़ा हट सकता है। माता-पिता आपकी किसी बात का बुरा मान सकते हैं। इसके अलावा जीवन में सुख-साधन जुटाने के लिये आपको अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। अत: 9 सितम्बर तक मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये बड़े भाई या जो आपके लिये बड़े भाई जैसे हैं, उनका सम्मान करें और उनके कार्यों में हर संभव मदद करें। ऐसा करने से आपको भाग्य से लाभ मिलेगा।
कन्या राशि
मंगल आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आपको अपनी मेहनत का पूरा लाभ मिलेगा। इस दौरान किसी भी मामले में शत्रु आपसे जीतने में असमर्थ होगा। अतः 9 सितम्बर तक मंगल के अस्थायी तौर पर मांगलिक प्रभाव से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये किसी जरूरतमंद को खाना खिलाएं। ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा और आपको मंगल के अशुभ फलों के प्रभाव से भी छुटकारा मिलेगा।
तुला राशि
मंगल आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर से आप गणित विषय में माहिर होंगे। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ने के साथ आपकी सम्पत्ति भी बढ़ेगी। इस दौरान आप जिस तरह के लोगों के सम्पर्क में रहेंगे, आपका स्वभाव भी वैसा ही होगा। किसी भी एक चीज़ के प्रति अधिक चाह रखना बेकार होगा। 9 सितम्बर तक मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फलों की प्राप्ति के लिये आपको अपनी बुआ या बहन को कुछ मीठा देना चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसा करने से आपको मंगल के अशुभ फलों से छुटकारा मिलेगा और शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
वृश्चिक राशि
मंगल आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको मित्रों का पूरा सहयोग मिलेगा। आपके अंदर भरपूर साहस रहेगा। किसी भी कार्य को करने में आप खुद को सहज महसूस करेंगे। आपको व्यापार से लाभ मिलेगा। अगर आपकी लेखन में रुचि है, तो इस दौरान आपकी लेखन क्षमता मजबूत होगी। संतान की दृष्टि से सब कुछ अच्छा रहेगा। अतः 9 सितम्बर तक मंगल के शुभ फल बनाये रखने के लिये आपको किसी कन्या को कुछ गिफ्ट देना चाहिए। अगर आपकी खुद की कोई कन्या है, तो आप उसे भी कुछ गिफ्ट कर सकते हैं। इससे आपका हर काम पूरा होगा।
धनु राशि
मंगल आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आप विद्या के क्षेत्र में आगे रहेंगे। किसी भी तरह की परीक्षाओं में आपको सफलता जरूर मिलेगी। आपके ऊपर गुरु का हाथ बना रहेगा। संतान से भी आपको हर तरह का लाभ मिलेगा। आपका विवेक बना रहेगा। साथ ही लवमेट के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे। अतः 9 सितम्बर तक जीवन में मंगल के शुभ फल बनाये रखने के लिये आपको रात को सोते समय अपने सिरहाने पर पानी रखकर सोना चाहिए और अगले दिन उस पानी को किसी पेड़-पौधे की जड़ में डाल देना चाहिए। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता मिलेगी।
मकर राशि
मंगल आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने काम में माता से उम्मीद के अनुसार मदद कम मिल पायेगी। साथ ही भूमि-भवन और वाहन का सुख पाने के लिये अपको थोड़ी कोशिश करनी पड़ेगी। अतः मंगल के अशुभ फलों से बचने के लिये और शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये आपको बरगद के पेड़ में दूध डालना चाहिए और दूध चढ़ाने के बाद जो मिट्टी गिली हो, उससे मस्तक पर तिलक लगाना चाहिए। इससे आपकी स्थिति अच्छी रहेगी।
कुंभ राशि
मंगल आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको भाई-बहनों का पूरा साथ मिलेगा। वो आपके कार्यों में आपकी मदद करेंगे। साथ ही आपकी बातों से दूसरे लोग प्रभावित होंगे। आपके काम समय पर पूरे होंगे। आपका स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहेगा। अतः मंगल के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए आपको अपने बड़े भाई को कुछ गिफ्ट करना चाहिए। इससे आपके साथ सब अच्छा ही अच्छा होगा।
मीन राशि
मंगल आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। मंगल के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपनी मेहनत के बल पर आर्थिक लाभ जरूर मिलेगा। आपको पैसे कमाने के कुछ नये मौके भी मिल सकते हैं। ससुराल पक्ष के साथ संबंध अच्छे रहेंगे। आपको अन्न की कमी नहीं होगी। परिवार के सदस्यों के साथ आपका अच्छा तालमेल रहेगा। खासकर कि बड़े भाईयों से आपके संबंधों में मिठास आयेगी। अतः मंगल के शुभ फल पाने के लिए आपको धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहना चाहिए। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहेगी।