धर्म डेस्क: 15 दिसंबर को सूर्य ग्रह धनु राशि में प्रवेश करेगा, मलमास शुरू हो जाएगा। इस मास में भगवान शिव की आराधना बेहद फलदायी होती है। विद्वानों के अनुसार, हर तीसरे वर्ष में अधिक मास होता है।
ये भी पढ़े-
सूर्य के एक राशि से दूसरे राशि में प्रवेश को संक्रांति होना कहा जाता है। सौर मास 12 और राशियां भी 12 होती हैं। जब दो पक्षों में संक्रांति नहीं होती, तब अधिक मास होता है। यह स्थिति 32 माह 16 दिन में एक बार यानि हर तीसरे वर्ष बनती है।
इस साल 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक का समय मलमास का रहेगा। इस माह में जप, तप, तीर्थ यात्रा, कथा श्रवण का बड़ा महत्व होता है। अधिक मास में हर दिन भागवत कथा सुनने से अभय फल की प्राप्ति होती है।
मलमास 15 जनवरी से समाप्त हो जाएगे, लेकिन विवाह फिर से 23 जनवरी से शुरु होगे। क्योंकि 15 से 22 जनवरी तक कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है।
ज्योतिषचार्य के अनुसार 15 दिसंबर को सूर्य रात 8 बजकर 53 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेगा। इसी के साथ मलमास प्रारंभ हो जाएगा। जिसके साथ ही सभी शुभ काम होना बंद हो जाएगा। इसके बाद सूर्य 15 जनवरी को मकर राशि में प्रवेश करते ही शुभ कार्य होना शुरु हो जाएंगे।
Latest Lifestyle News