धर्म डेस्क: 16 दिसंबर को पौष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है और शुक्रवार का दिन है। प्रत्येक मास की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है। साथ ही आज पूरा दिन, पूरी रात पार करके अगले दिन सुबह 03 बजकर 01 मिनट पर सूर्यदेव वृश्चिक राशि को छोड़कर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। अतः कल सूर्य की धनु संक्रान्ति है। इस संक्रान्ति का पुण्यकाल कल सुबह 09 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही खलमास शुरु हो जाएंगे। ज्योतिष शास्त्र में खरमास के दौरान कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृहप्रवेश आदि कराने की मनाही होती है।
इस साल 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक का समय मलमास का रहेगा। इस माह में जप, तप, तीर्थ यात्रा, कथा श्रवण का बड़ा महत्व होता है। अधिक मास में हर दिन भागवत कथा सुनने से अभय फल की प्राप्ति होती है।
मलमास या पुरुषोत्तम मास, एक ऐसा मास है जिसमें शास्त्रों के अनुसार कोई भी शुभ एवं मंगल कार्य करने की मनाही है। सौर मास 12 और राशियां भी 12 होती हैं। जब दो पक्षों में संक्रांति नहीं होती, तब मलमास होता है। यह स्थिति 32 माह 16 दिन में एक बार यानि हर तीसरे वर्ष बनती है।
विवाह की शुभ मुहूर्त
मकर संक्रांति के बाद यानी कि 15 जनवरी 2016 से फिर विवाह के मुहूर्त शुरू होंगे। मलमास के खत्म होने के बाद पहला शुभ मुहूर्त जनवरी में 15, 21, 28 व 29, फरवरी में 4, 17, 24 में होगा। इसके बाद अन्य महीनों में भी पंचांग के अनुसार शुभ मुहूर्त होंगे।
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