धर्म डेस्क: साल 2018 में पहली बार ऐसा हो रहा है। जब एक साथ पूर्णिमा, चंद्र ग्रहण, ब्लू मून, सुपर मून पड़ रहे है। इस बार की माघ पूर्णिमा बहुत ही खास है। हर साल पूर्णिमा इलाहबाद में बहुत ही धूमधाम के साथ मनाई जाती है। इस दिन स्नान, जप, तप और दान का बहुत अधिक महत्व है।
पंचांग और राशियों के अनुसार कर्क राशि में चंद्रमा और मकर राशि में सूर्य के प्रवेश होने से माघी पूर्णिमा का योग बनता है। साथ ही आज के दिन पुष्य नक्षत्र होने से यह दिन और भी खास हो गया है।
माघी पूर्णिमा को 'बत्तीसी पूर्णिमा' के नाम से भी जाना जाता है। कहा जाता हैं कि आज के दिन किए गए दान-पुण्य का बत्तीस गुना फल मिलता है।
शुभ मुहूर्त
माघ पूर्णिमा 30 जनवरी को 11 बजकर 24 मिनट 5 सेंकड शुरु होकर 31 जनवरी को 6 बजकर 57 मिनट 43 सेकंड तक है।
ऐसे करें पूजा
- इस दिन सूर्यास्त से पहले स्नान कर लें। इसके बाद सूर्य को जल अर्पण करते हुए मंत्र का उच्चारण करें।
- ब्राह्मणों को दान दें।
- आज के दिन तिल के दान का बहुत महत्व है। तिल के अलावा आज के दिन गुड़, कपास, घी, फल, अन्न, कम्बल, वस्त्र आदि का दान भी करना चाहिए। साथ ही किसी जरूरतमंद को भोजन कराना चाहिए।
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