उज्जैन. वर्ष 2018 का पहला चंद्रग्रहण 31 जनवरी की शाम 5.18 बजे स्पर्श होगा। वहीं ग्रहण का मोक्ष रात 8.42 बजे होगा। ग्रहण के चलते मध्यप्रदेश की धार्मिक राजधानी कही जाने वाली नगरी उज्जैन में विराजित काल के आंगन यानी महाकाल में संध्याआरती रात 9 बजे होगी। गौरतलब है कि प्रतिदिन मंदिरमें संध्यापूजन शाम 5 बजे होता है। लेकिन ग्रहण लगने के कारण संध्या पूजन शाम 4.30 बजे होगा।वहीं 6.30 बजे होने वाली संध्याअरती रात 9 बजे होगी।
सबसे खास बात यह है कि ग्रहण के सूतकाल में सुबह बाबा को शक्कर का भोग लगेगा। आम दिनों की बात करे तो नित्य सुबह 7.30 बजे बाबा को दही चावल का भोग अर्पित किया जाता है। इसी तरह मंगल की जन्मभूमि भगवान मंगलनाथ के मंदिर में भी संध्याआरती रात 9 बजे होगी। मंदिर के शासकीय पुजारी दीप्तेश गुरु ने बताया कि चंद्रग्रहण होने के कारण आरती का समय बदला गया है।
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