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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र दीपावाली में बिना पंडित ऐसे करें घर में पूजा, होगी लक्ष्मी प्रसन्न

दीपावाली में बिना पंडित ऐसे करें घर में पूजा, होगी लक्ष्मी प्रसन्न

नई दिल्ली:  दीपावाली हिन्दू धर्म का मुख्य पर्व है। रोशनी का पर्व माना जाने वाली दीवाली कार्तिक अमावस्या के दिन होती है। इस साल दीवाली 11 नवंबर 2015 को है। इस दिन श्री गणेश और

ऐसें करें माता लक्ष्मी की पूजा

सबसे पहले अक्षत औप फूल हाथों में लेकर माता का ध्यान करें-

सरसिजनियले सरोजहस्ते धवलतमांशुकगंधमाल्यशोभे।
भगवति हरिवल्लभे मनोज्ञे त्रिभुवनभूतिकरि प्रसीद मह्यम्।।
ऊं महालक्ष्मै नम: । ध्यानार्थे पुष्पाणि समर्पयामि।

फिर हाथ में लिए हुए अक्षत और फूल छोड़ दे। और माता का इस मंत्र के साथ आवाहन करें-

ऊं महालक्ष्म्यै नम: । महालक्ष्मीमावाहयामि, आवाहनार्थे पुष्पाणि समर्पयामि।

इसके बाद विधि-विधान से माता की पूजा करने के बाद इस मंत्र के साथ जल अर्पण करें-

कृतानानेन पूजनेन भगवती महालक्ष्मीदेवी प्रीतयाम् न मम।।

ऐसे करें माता सरस्वती की पूजा

अपने हाथ में अक्षत औप फूल लेकर माता का ध्यान करते हुए इस मंत्र को बोलें-

या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा।।

इसक बाद फूल और अक्षत माता के समीप चढ़ा दें और विधि-विधान के साथ माता की पूजा करें।

पूजा के बाद अपने हाथ जोड़कर इस मंत्र से प्रार्थना करें-

सरस्वति महाभागे विद्ये कमललोचने ।
विद्यारूपे विशालाक्षि विद्यां देहि नमोस्तुते ॥

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