धर्म डेस्क: ज्योतिष शास्त्र के बारें में पूरी तरह वर्णन सामुद्रिक शास्त्र में मिलता है। धर्म ग्रंथ के अनुसार माना जाता है कि इस शास्त्र को भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय ने की है। यह एक ऐसा शास्त्र है जिससे आप किसी भी अंग के आधार से किसी के बारें में जान सकते है।
हम किसी के भौंहो का आकार देखकर जान सकते है कि उसका स्वभाव कैसा है। आपके साथ खुश रहेगा कि नहीं। उसकी पसंद न पसंद क्या है। ये सभी चीजें आप आसानी से सामुद्रिक शास्त्र से जान सकते है।
सामुद्रिक शास्त्र में आज उन व्यक्तियों की बात करेंगे जिनकी नीचे की ओर झुकी हुई भौहों होती है। कुछ लोगों की भौहों के बाल नीचे की ओर झुके होते हैं और आंखों पर आ जाते हैं। ऐसे लोगों की बुद्धि अधिक परिपक्व नहीं होती, यानी उसका सही से विकास नहीं हो पाता। साथ ही इन लोगों का अपने परिवार व दोस्तों के साथ संबंध भी अच्छा नहीं होता।
इसके कारण इनके जीवन में दुःख, निराशा व अकेलापन अपना घेरा बना लेते हैं और उस घेरे में ये लोग धीरे-धीरे फंसते जाते हैं, लेकिन अगर यही भौहें काली व घनी हो तो 35 वर्ष की आयु के बाद इनका भाग्य इनका साथ देता है। हालांकि ये लोग बहुत संतोषी प्रवृत्ति के होते हैं, इनकी किसी से ज्यादा महत्वाकांक्षाए नहीं होती हैं। इसलिए ये लोग अपने आपको जल्द ही संभाल लेते हैं।
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