A
Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र प्रदोष 28 को: इस विधि से करें पूजा साथ ही जानिए इसका महत्व

प्रदोष 28 को: इस विधि से करें पूजा साथ ही जानिए इसका महत्व

प्रत्येक चन्द्र मास की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखने का विधान है। यह व्रत कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष दोनों को किया जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार अश्विन मास की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को पडने वाला प्रदोष व्रत इस बार 28 सिंतबर, बुधवार को है.

Pradosh vrat

शाम को फिर से स्नान कर शिवजी का षोडशोपचार पूजा करें। भगवान शिव को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं।

माना जाता है कि भगवान शिव को अभिषेक अत्यंत प्रिय है| पूजा के समय पवित्र भस्म से स्वयं को पहले त्रिपुंड लगाना अत्यंत शुभ होता है| इसी प्रकार शाम के समय यानी की सूर्यास्त से घंटा पहले दुबारा स्नान करके पूजा अर्चना करें। और रात भर जागरण करें। दूसरें दिन सत्तू का बना प्रसाद सभी को बांट दें और खुद भी खाएं।

मान्यता है कि बुध प्रदोष व्रत को सच्चे मन और विधि-विधान से पूजा करने पर आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है।

Latest Lifestyle News