धर्म डेस्क: ज्योतिष शास्त्र के बारें में पूरी तरह वर्णन सामुद्रिक शास्त्र में मिलता है। धर्म ग्रंथ के अनुसार माना जाता है कि इस शास्त्र को भगवान शिव के पुत्र कार्तिकेय ने की है। यह एक ऐसा शास्त्र है जिससे आप किसी भी अंग के आधार से किसी के बारें में जान सकते है।
हम किसी के भौंहो का आकार देखकर जान सकते है कि उसका स्वभाव कैसा है। आपके साथ खुश रहेगा कि नहीं। उसकी पसंद न पसंद क्या है। ये सभी चीजें आप आसानी से सामुद्रिक शास्त्र से जान सकते है।
जिनकी भौहें त्रिकोणाकार, यानी तिकोने आकार की होती हैं, वे बहुत ही साहसी होते हैं। चाहे इन पर किसी भी तरह की मुसीबत या परेशानी आ जाये, ये लोग उससे बिल्कुल भी नहीं घबराते। उसका डटकर सामना करते हैं, लेकिन इनकी एक आदत बहुत खराब है।
ये बहुत ही स्वार्थी, यानी कि लालची किस्म के होते हैं। इनकी वैचारिक शक्ति कमजोर होती है परंतु यदि भौहों के दोनों छोर नीचे की ओर से नुकीले हो तो जातक में निर्णय लेने की क्षमता प्रबल हो जाती है। वहीं गोलाकार भौहों वाले लोग भावुक किस्म के होते हैं। इन्हें कला और संगीत से बहुत लगाव होता है जिसके चलते प्रोफेशन के रूप में भी वे इन्हीं विषयों का चुनाव करते हैं।
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