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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र कब-कब पति-पत्नी को बैठना चाहिए दाएं या बाएं, जानिए फायदे

कब-कब पति-पत्नी को बैठना चाहिए दाएं या बाएं, जानिए फायदे

शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि कर्म स्त्री प्रधान या इस संसारिक जीवन से संबंद्ध होते है, उनमें स्त्री बाएं ओर बैठती है। जैसे कि जब स्त्री किसी की सेवा या फिर संसारिक कार्यों में व्यस्त है तो वह पति के बाएं ओर बैठेगी। ऐसे नियम बनाएं गए है।

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कन्यादाने विवाहे च प्रतिष्ठा-यज्ञकर्मणि, सर्वेषु धर्णकार्येषु पत्नी दक्षिणत-स्मृता।

इस श्लोक का मतलब है कि पत्नी को अपने पति के दाए ओर तब बैठना चाहिए जब कन्यादान, शादी, यज्ञकर्म, पूजा या फिर और कोई धर्म-कर्म का काम हो।

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