नई दिल्ली: 28 अक्टूबर बुधबार से कार्तिक मास शुरू हो रहा है। इसके साथ ही व्रत और त्योहारों का सिलसिला शुरु हो जाएगा। कार्तिक मास का महिना सभी महिनों से श्रेष्ठ माना जाता है। इसके जैसे कोई दूसरा दिन या महीना नही है।
हिंदू धर्म के पुराणों के अनुसार कार्तिक मास में किसी पवित्र नदी में स्नान करना बहुत ही फलदायी है । माना जाता है कि इस दिनों में स्नान करने का फल उतना मिलता है जितना कि कुंभ स्नान में मिलता है।
- कार्तिक मास को श्री हरि विष्णु का महीना माना जाता है। इन दिनों में व्रत, तप, स्नान करने से कई गुना फल मिलता है।
- इस मास में तुलसी पूजा और दीपदान का अलग ही महत्व है। इस महीनें दान पुण्य करने से औरों दिनों से कई गुना अदिक फल की प्राप्ति होती है। इस पवित्र महीनें में मंदिरों में पूजा-पाठ, अनुष्ठान, होगें। यह मास महिलाओं के लिए कुछ ज्यादा ही खास है। इस माह में सबसे ज्यादा व्रत महिलाओं के लिए है। जैसे कि करवा चौथ, रमा एकादशी, गोवत्स द्वादशी, आंवला नवमी आदि है।
- हिंदू पंचांग के अनुसार शास्त्र गणना के आधार पर कार्तिक मास से ही साल की शुरुआत होती है।
- कार्तिक मास में ही शिव जी के पुत्र कार्तिकेय ने तारका सुर का वध किया था। इसलिए इसका नाम कार्तिक पडा यानि कि विजय़ देने वाला।
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