20 साल बाद सावन सोमवार पर पड़ रही है सोमवती अमावस्या, साथ ही 5 ग्रह होंगे अपनी राशि पर
श्रावण कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी। इस बार यह अमावस्या 20 जुलाई को पड़ रही है
श्रावण कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी। इस बार यह अमावस्या 20 जुलाई को पड़ रही है। इसी दिन सावन का तीसरा सोमवार पड़ रहा है इस दिन सोमवार होने के वजह से सोमवती अमावस्या मनाई जाएगी। कई सालों बाद हरियाली अमावस्या को विशेष संयोग लग रहा है।
श्रावण अमावस्या का मुहूर्त
अमावस्या प्रारंभ- 20 जुलाई सुबह 11:42 से
अमावस्या समाप्त- 20 जुलाई को रात 11 बजकर 4 मिनट 1 सेकंड तक।
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बन रहा है विशेष संयोग
ज्योतिषों के अनुसार हरियाली अमावस्या में 5 ग्रह चंद्र, बुध, गुरु, शुक्र और शनि अपनी-अपनी राशियों में रहेंगे। इसके साथ ही इस दिन सर्वार्थसिद्धि योग, पुनर्वसु नक्षत्र, श्रावण सोमवार, सोमवती अमावस्या और स्नानदान श्रावण अमावस्या का संयोग बन रहा है। जिसमें स्नान-दान करने का विशेष महत्व मिलेगा। इसके साथ ही श्राद्ध-तर्पण करने से पितर तृप्त हो जाएंगे। इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती सहित अन्य देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करने हर तरह की मनोकामना का पूर्ति होती है।
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20 साल बाद एक ही दिन सोमवती और हरियाली अमावस्या
कई सालों बाद ऐसा हो रहा है जब हरियाली अमावस्या और सोमवती अमावस्या एक ही दिन पड़ रहे है। इसके साथ ही सोमवार के दिन अमावस्या भी 16 साल बाद पड़ रही है। ऐसा संयोग साल 2004 में सावन माह के पुरुषोत्तम मास में पड़ा था। इस साल दो बार सावन महीना पड़ा था। जिसेक दूसरे सावन माह में सोमवती अमावस्या का संयोग बना था। इससे पहले साल 2000 भी ऐसा संयोग बन चुका है।
इस दिन पौधा लगाना माना जाता है शुभ
सावन महीने की अमावस्या को हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है और कई जगहों पर इसे चितलगी अमावस्या भी कहते हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि इस अमावस्या पर हर किसी को एक न एक पेड़ ज़रूर लगाना चाहिए वहीं किसी कारणवश अगर अमावस्या पर आप वृक्ष ना भी लगा पाएं तो आने वाले आठ दिन तक कभी भी पौधा रोपा जा सकता है।
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