धर्म डेस्क: हनुमान जी को कलयुग का देवता माना जाता है। भगवान राम के भक्त हनुमान अपने भक्तों की हर विपदा को दूर करते हैं। वेद पुराणों के अनुसार, पौष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन हनुमान अष्टमी का पर्व मनाया जाता है। जो कि आज यानी कि 10 दिसंबर, रविवार के दिन है। इसे हनुमान जी के विजय उत्सव के रुप में भी मनाया जाता है।
अगर आप भी अपनी किस्मत और मनचाही इच्छा पूरी करना चाहते है तो रोजाना करें हनुमान जी के इन 12 नामों का जाप। रोज सुबह स्नान आदि करने के बाद यदि हनुमानजी के इन 12 नामों का जाप किया जाए तो हर मनोकामना पूरी हो सकती है। हनुमानजी की 12 नामों वाली स्तुति इस प्रकार है-
स्तुति
हनुमानअंजनीसूनुर्वायुपुत्रो महाबल:।
रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिंगाक्षोअमितविक्रम:।।
उदधिक्रमणश्चेव सीताशोकविनाशन:।
लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा।।
एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन:।
स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत्।।
तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्।
राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन।।
हनुमान
एक बार क्रोधित होकर इंद्र ने इनके ऊपर व्रज का प्रहार किया था। जो कि उनके ठोड़ी पर लगा। हनु पर व्रज का प्रहार होने के कारण इनका नाम हनुमान पड़ा।
पिंगाक्ष
पिगांक्ष का अर्थ है-भूरी आंखो वाला। अनेक धर्म ग्रंथो में हनुमान जी को भूरी आंखो वाला बताया गया। इसी कारण इनका नाम पिंगाक्ष भी है।
फाल्गुनसुख
अर्जुन का एक नाम फाल्गुन भी है। हनुमानजी ने युद्ध में अर्जुन की सहायता की थी। फाल्गुनसुख का अर्थ है अर्जुन की सहायता करने वाला।
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