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Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र गंगा दशहरा: मां गंगा के आशीर्वाद से कैसे दूर होगी महामारी, सुख-साधन के लिए जरूर करें ये उपाय

गंगा दशहरा: मां गंगा के आशीर्वाद से कैसे दूर होगी महामारी, सुख-साधन के लिए जरूर करें ये उपाय

आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार प्रतिपदा से लेकर आज गंगा दशहरा तक गंगा स्त्रोत का पाठ करना भी बहुत लाभदायक होता है इससे व्यक्ति को पापकर्मों से छुटकारा मिलता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है |

आज ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की उदया तिथि दशमी और सोमवार का दिन है। दशमी तिथि आज दोपहर 2 बजकर 58 मिनट तक ही रहेगी। आपको ध्यान होगा कि- ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को हमने दस दिनों तक चलने वाले गंगा दशहरा के बारे में चर्चा की थी और आज दशमी तिथि को यह समाप्त हो रहा है। 

आज के दिन को श्री गंगा दशहरा के रूप में मनाया जाता है। आज ही के दिन गंगा मैय्या का आविर्भाव पृथ्वी पर हुआ था। आप जानते हैं कि  राजा भगीरथ की कठिन तपस्या के कारण अवतरित गंगा जी का वेग सहने की सामर्थ्य पृथ्वी मे न होने के कारण भगवान शिव ने उन्हें अपनी जटाओं के बीच स्थान दिया, जिससे धारा के रूप में पृथ्वी पर गंगा का जल उपलब्ध हो सके। आज के दिन गंगा नदी में स्नान करने से व्यक्ति पापमुक्त हो जाता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है, लेकिन अगर आप  गंगा नदी में स्नान करने न जा सके तो अपने घर में ही नहाने के पानी में थोड़ा-सा गंगाजल मिलाकर, उससे स्नान करें और दोनों हाथ जोड़कर मन ही मन गंगा मैय्या को प्रणाम करें। 

आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार प्रतिपदा से लेकर आज गंगा दशहरा तक गंगा स्त्रोत का पाठ रना भी बहुत लाभदायक होता है इससे व्यक्ति को पापकर्मों से छुटकारा मिलता है और शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

इसके अलावा आज रात 1 बजकर 3 मिनट तक हस्त नक्षत्र रहेगा। सत्ताईस नक्षत्रों में से हस्त नक्षत्र का 14वां स्थान है। हस्त का अर्थ होता है- हाथ और इसका प्रतीक चिन्ह भी हाथ का पंजा होता है। यह चिन्ह हमारे भाग्य को दर्शाता है। इस नक्षत्र को परिश्रम करने की क्षमता, विशेष रूप से हाथ की कला से किये जाने वाले कार्यों के साथ जोड़ा जाता है। हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्रदेव हैं। साथ ही इसका संबंध रीठा के पेड़ से बताया गया है।

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Image Source : twitter/ArunPan9315गंगा दशहरा

हस्त नक्षत्र में नामकरण, विद्या आरंभ, नई दुकान खोलना, किसी नये भवन की नींव रखना, विवाह आदि से जुड़े कार्य करना और वाहन खरीदना, ये सब कार्य शुभ माने जाते हैं।  आज दोपहर 1 बजकर 16 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा, उसके बाद व्यतीपात योग लग जायेगा, जो की कल सुबह 9 बजकर 52 मिनट तक रहेगा। सिद्धि योग में किसी भी प्रकार की सिद्धि प्राप्त करने तथा प्रभु का नाम जपने के लिए उत्तम है। वहीं अगर व्यतीपात योग की बात करें तो इस योग में कोई भी शुभ कार्य करना अच्छा नहीं माना जाता है।

साथ ही आज देर रात 1 बजकर 3 मिनट तक रवि योग और कुमार योग दोनों ही रहेंगे। दोनों ही योग शुभ योग माने जाते ही और आज इन दोनों योगों का संयोग आपके सभी कार्यों को पूरा करने वाला है। 

  • हर प्रकार की मुसीबतों से अपने आपको बाहर निकालने के लिये आज के दिन आप इन पंक्तियों का जाप करें और मन ही मन गंगा मैय्या का ध्यान करें।

पंक्तियां है- शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे। 

सर्वस्यार्ति हरे देवि! नारायणि ! नमोऽस्तु ते॥
आज के दिन इन पंक्तियों का जाप करने से आपको हर प्रकार की मुसीबतों से बाहर निकलने में आसानी होगी। 

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Image Source : twitter/MohitUniyalINCगंगा दशहरा

  • अपने हर कार्य की सफलता सुनिश्चित करने के लिये आज के दिन आप पद्म पुराण में गंगा के विषय में दिये इस मूलमंत्र का 108 बार जप करें। मूलमंत्र इस प्रकार है-ओं नमो गंगायै विश्वरूपिण्यै नारायण्यै नमो नमः आज गंगा दशहरा के दिन माता गंगा के इस मूलमंत्र का 108 बार जप करने से हर कार्य में आपकी सफलता सुनिश्चित होगी। 
  • अगर आपको घर में अग्नि या चोरी आदि का डर लगा रहता है, तो इन सब भय से अपने आपको बचाने के लिये आज के दिन एक कोरे कागज पर अपने हाथों से गंगा स्तोत्र लिखें और उस कागज को अच्छे से फोल्ड करके घर में किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें। गंगा स्तोत्र आपको इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हो जायेगा। आज के दिन ऐसा करने से आपको कभी भी अग्नि या चोरी आदि का भय नहीं रहेगा। 
  • अगर जाने-अनजाने में आपसे कोई ऐसी गलती हो गई हो जिसका आपको मन ही मन कष्ट रहता हो, ग्लानि होती हो तो उससे बचने के लिए आज के दिन आपको गंगा स्तोत्र की इस पंक्ति का 108 बार जप करना चाहिए। पंक्ति इस प्रकार है- नमस्त्रिशुक्ल संस्थायै क्षमा वत्यै नमो नमः । आज के दिन इस पंक्ति का 108 बार जप करने से आपको मन ही मन हो रही ग्लानि या अफ़सोस से छुटकारा मिलेगा और आप जीवन में आगे बढ़ पायेंगे।
  • अगर आपकी कोई विशेष इच्छा है, जो आप जल्द ही पूरी करना चाहते हैं, तो आज के दिन गंगा मैय्या का ध्यान करते हुए इस पंक्ति का 324 बार जप करें। पंक्ति है- शान्तायै च वरिष्ठायै वरदायै नमो नमः। आज के दिन गंगा मैय्या का ध्यान करते हुए इस पंक्ति का 324 बार जप करने से आपकी इच्छा जल्दी ही पूरी होगी। 
  • लोगों से अपनी मित्रता कायम रखने के लिये और जीवन में समृद्धि पाने के लिये आज के दिन आपको इस पंक्ति का 108 बार जप करना चाहिए। पंक्ति है- नमस्ते विश्वमित्रायै नन्दिन्यै ते नमो नमः। आज के दिन इस पंक्ति का 108 बार जप करने से लोगों से अच्छे लोगों से आपकी मित्रता कायम रहेगी और जीवन में आपको खूब समृद्धि मिलेगी।
  • अगर आप अपने अन्दर समस्त शक्तियों का संचार चाहते हैं ति इसके लिये, हर तरह की शक्ति पाने के लिये आज के दिन आपको 'गंगा दशहरा स्तोत्र' में दी इन पंक्तियों का 540 बार जप करना चाहिए। पंक्तियां इस प्रकार हैं-

ॐ नमः शिवायै गङ्गायै शिवदायै नमो नमः।
नमस्ते विष्णुरुपिण्यै, ब्रह्ममूर्त्यै नमोऽस्तु ते॥
आज के दिन इन पंक्तियों का 540 बार जप करने से ही आप अपने अन्दर अपार शक्तियों का संचार महसूस करेंगे। 

Image Source : twitter/Rishabhjoshi30गंगा दशहरा

  • अगर आपको लम्बे समय से कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी बनी हुयी है और आप उससे छुटकारा पाना चाहते हैं और कोविड 19 जैसी महामारी से भी अपनी रक्षा की कामना रखते हैं तो, आज के दिन आपको इन पंक्तियों का 11 माला जाप करना चाहिए। पंक्तियां कुछ इस प्रकार हैं-

संसार विष नाशिन्यै, जीवनायै नमोऽस्तु ते।
ताप त्रय संहन्त्र्यै, प्राणेश्यै ते नमो नमः॥
आज के दिन ऐसा करने से आपको लम्बे समय से चली आ रही किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या से छुटकारा मिलेगा। साथ ही महामारी के भी से भी मुक्ति मिलेगी।  

  • अपना कल्याण करने के लिये और हर तरह के सुख-साधन पाने के लिये आज के दिन आपको 'गंगा दशहरा स्तोत्र' में दी गई इन पंक्तियों का जाप करना चाहिए । पंक्तियां हैं-

भुक्ति मुक्ति प्रदायिन्यै भद्रदायै नमो नमः।
भोग उपभोग दायिन्यै भोगवत्यै नमोऽस्तु ते॥
आज के दिन इन पंक्तियों का जप करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होगी और आपका कल्याण होगा। 

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