धर्म डेस्क: गंगा इतनी पावन होती है कि इसके संपर्क में आते ही आपके सारे कष्ट दूर हो जाती है। हर पाप से मु्क्ति मिल जाती है। इसी लिए हिंदू धर्म में गंगा दशहर जैसा पावन पर्व मनाया जाता है। इस बार गंगा दशहरा 14 जून, मंगलवार को है। इस बार गंगा दशहरा मं विशेष संयोग है।
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ज्योतिषचार्य के अनुसार इस बार दशमी तिथि को गंगा दशहरा पड़ रहा है। जिसके कारण दस योग है लेकिन इनमें से 6 सबसे ज्यादा महत्व रखते है। इस दिन अपने गुरु, गंगा, शिव, ब्रह्मा, सूर्य और हिमालय का पूजन विशेष पूजन करना चाहिए। जिससे आपको अधिक फल मिले। साथ ही इस दिन दान-पुण्य करने का भी अधिक महत्व है।
ज्य़ोतिषचार्य के अनुसार इस बार 6 महासंयोग बन रहे है। जो कि ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष दशमी तिथि के दिन हस्त नक्षत्र के साथ शाम 5 बजकर 15 मिनट में बन रहा है। जो कि कि एक महान संयोग है। इस दिन पूजा करने क अधिक महत्व है।
हिंदू धर्म के एक पुराण स्कंद पुराण में बताया गया है कि गंगा दशहरा पर व्यक्ति को किसी भी पवित्र नदी पर जाकर स्नान, ध्यान और दान करना चाहिए। इससे आपको सभी पापों से मुक्ति मिल जाएगी।
साथ ही इस पुराण में बताया गया है कि अगर आप नदी नहीं जा पा रहे है तो अपने घर में गंगाजी का स्मरण करते हुए साफ पानी में स्नान करे। इसके बाद गंगा जी का पूजन करें। पूजन करते समय ''ऊं नम: शिवाय नारायणे दशहराय गंगाय नम:’ मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके बाद भगवान का पूजन करना चाहिए।
इस बार स्वयं गंगा कं अवतरण का शुभ संयोग
वराह पुराण के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल दशमी बुधवार हस्त नक्षत्र में स्वर्ग से धरती पर गंगा का अवतरण हुआ था। जिसके कारण इस बार भी यह महासंयोग बन रहा है। इस दिन स्नान करने से पाप नष्ट होने के साथ-साथ आपको हर परेशानी से निजात मिल जाएगा। इन 10 पापों में से 3 कायिक, 4 वाचिक और 3 मानसिक पाप होते हैं। जो कि नष्ट हो जाते है।
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