आज इस शुभ मुहूर्त में करें गणपति का विसर्जन, जानें पूजन विधि
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनन्त चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। जानिए गणपति की किस पूजा और किस शुभ मुहूर्त में करें विसर्जन...
धर्म डेस्क: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनन्त चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। यानी की गणेश साधना का अंतिम दिन, क्योंकि आज गणेशोत्सव का समापन होता है। इसके साथ ही आपके घरों पर स्थापित गणपित की आज धूमधाम से विदाई की जाती है। साथ ही यह कामना की जाती है कि अगले साल भी धूमधाम से हमारे घर आना। जानिए किस शुभ मुहूर्त और कैसे गणेश जी का विसर्जन करना चाहिए।
विसर्जन का शुभ मुहूर्त
सुबह: 9 बजकर 20 मिनट से 10 बजकर 20 मिनट तक
सुबह: 10 बजकर 20 मिनट से 11 बजकर 50 मिनट तक
सुबह: 11 बजकर 50 मिनट से दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक
दोपहर: 12 बजकर 50 मिनट से 1 बजकर 58 मिनट तक
शाम: 4 बजकर 30 मिनट से 5 बजे तक
ऐसे करें गणेश जी का विसर्जन
सहसे पहले सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करें और भगवान को याद करते हुए सकंल्प मंत्र का पाठ करें और षोड़शोपचार पूजन-आरती करें। इसके बाद गणपति पर पर सिंदूर चढ़ाएं। साथ ही इस मंत्र को होलते हुए 21 दूर्वा दल चढ़ाएं। 21 लड्डुओं का भोग लगाएं( इनमें से 5 लड्डू मूर्ति के पास रख दें और 5 ब्राह्मण को दान कर दें। शेष लड्डू प्रसाद के रूप में बांट दें)
इस मंत्र का जाप करें
ऊँ गं गणपतये नम:
दुर्वा दल चढ़ाते समय करें इस मंत्र का जाप
ऊं गणाधिपतयै नम:
ऊं उमापुत्राय नम:
ऊं विघ्ननाशनाय नम:
ऊं विनायकाय नम:
ऊं ईशपुत्राय नम:
ऊं सर्वसिद्धप्रदाय नम:
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