शुक्रवार और विनायक चतुर्थी एक साथ, करें इनमें से कोई 1 उपाय, मिलेगा दुर्भाग्य से छुटकारा
आज पौष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत है। किसी भी माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत किया जाता है। इस दिन शुक्रवार पड़ने के कारण ये अधिक शुभ है। जानिए क्या करें उपाय
Lord Ganesha
अगर आपकी संतान का रिश्ता पक्का होने में किसी प्रकार की बाधा आ रही है, तो किसी धर्मस्थल या मंदिर में जाकर सात शुक्रवार तक दूध, दही, चावल या शक्कर का दान करें। जल्दी ही रिश्ते में आ रही रूकावटें दूर होंगी।
अगर आपके बच्चे जल्दी से आपकी कोई बात नहीं मानते या आपसे दूरी बनाकर रखते हैं, तो गाय की सेवा करें और अपने हाथों से गाय को चारा खिलाएं। जल्द ही बच्चों के साथ आपके रिश्तों में सुधार देखने को मिलेगा।.
अगर विवाह के बाद से आपकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है या आपको अपने जीवनसाथी के छोड़ने का डर बना रहता है, तो पूरे 43 दिनों तक लगातार सात अनाज मिलाकर पक्षियों को डालें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में मजबूती आयेगी और जीवनसाथी से आपके रिश्ते बेहतर होंगे।
अगर आपको जीवन में हर वक्त किसी न किसी चीज़ का डर बना रहता है, तो एक सिक्का या नीला फूल लेकर शुक्रवार के दिन गंदे नाले में डाल दें। साथ ही प्रत्येक शुक्रवार को देवी मां के मन्दिर में जाकर माथा टेकें।
अगर जीवनसाथी को किसी प्रकार की परेशानी हो तो नीले या बैंगनी रंग के फूल शुक्रवार के दिन विराने में जाकर दबाएं। यह उपाय 5 शुक्रवार तक करना है। जीवनसाथी की परेशानियों का हल जल्द ही निकलेगा।