अगस्त माह के पर्व: नाग पंचमी के बाद रक्षा बंधन और जन्माष्टमी के साथ पड़ेंगे ये व्रत-त्योहार
August Hindu Calender 2019: श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या के साथ ही अगस्त माह की शुरुआत हो चुकी है। इस माह कई बड़े पर्व और व्रत पड़ रहे है। देखें पूरी लिस्ट
August Hindu Calender 2019: श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या के साथ ही अगस्त (August) माह की शुरुआत हो चुकी है। इस माह कई बड़े पर्व और व्रत पड़ रहे है जो धार्मिक के साथ-साथ सामाजिक रूप से काफी महत्व रखते है। इस माह नागपंचनी, तीज , रक्षा बंधन सहित कई त्योहार पड़ रहे है। देखिए अगस्त माह के व्रत त्योहारों की पूरी लिस्ट।
1 अगस्त, गुरुवार: हरियाली अमावस्या (Hariyali Amavasya) है। इस दिन प्रकृति की हरियाली बनाए रखने का संदेश देता है। जिसके कारण आज के दिन एक पौधा लगाना शुभ माना जाता है।
3 अगस्त, शनिवार: हरियाली तीज(Hariyali Teej) है। इस दिन महिलाएं अपने पति के सौभाग्य के लिए माता पार्वती की पूजा करती हैं। इसके साथ ही मेहंदी लगाना शुभ माना जाता है।
4 अगस्त, रविवार: विनायकी चतुर्थी(Vinayak Chaturthi) है। इस दिन गणेशजी के लिए पूजा अर्चना करनी चाहिए।
5 अगस्त, सोमवार: नाग पंचमी(Naag Panchmi) मनाई जाएगी। इस दिन जीवित सांप को दूध चढ़ाने से बचें। शिवलिंग पर और नाग देव की प्रतिमा पर दूध चढ़ा सकते हैं। इस बार बहुत ही शुभ योग बन रहा है।
11 अगस्त, रविवार: पुत्रदा एकादशी(Putrada Ekadashi) है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के लिए व्रत-उपवास करना चाहिए। यह दिन बहुत ही शुभ माना जाता है।
15 अगस्त, गुरुवार: भाई-बहनों का विशेष पर्व रक्षाबंधन(Rakshabandhan) रहेगा। इस दिन शिवजी को और अपने आराध्य देव को भी राखी अवश्य बांधें। इसके साथ ही इस दिन देश की आजादी का दिन यानी स्वतंत्रता दिवस भी है।
16 अगस्त, शुक्रवार: हिन्दू पंचांग का नया माह भाद्रपद शुरू
19 अगस्त, सोमवार: गणेश चतुर्थी व्रत (Ganesha Chaturthi Vrat)
21 अगस्त, बुधवार: हल षष्ठी यानी श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम की जयंती(Balram Jayanti) है।
23 अगस्त, शुक्रवार: जन्माष्टमी(Janmashtami) पर्व रहेगा। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण जन्म हुआ था। इस खास दिन मथुरा, वृंदावन सहित कई जगहों पर जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।
26 अगस्त, सोमवार: भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी (Ekadashi) रहेगी। इसे जया और अजा एकादशी कहा जाता है।
30 अगस्त, शुक्रवार: भाद्रपद मास की अमावस्या है। इस अमावस्या तिथि पर पितरों के श्राद्ध और तर्पण करना चाहिए।