एक क्लिक में जानिए रक्षाबंधन, तीज, नागपंचमी सहित अगस्त माह के सभी व्रत-त्योहारों के बारें में
वैसे इस माह अधिक त्योहार पड़ने के कारण ये महिना बहुत ही शुभ माना गया हैं। इस माह ऐसे योग, संयोग पड़ रह हैं। जिसके कारण आपके लिए ये माह लाभदायक साबित हो सकता हैं जानिए इस माह कौन से त्योहार पड़ रहे है..
धर्म डेस्क: हिंदू पचांग के अनुसार अगस्त माह व्रत-त्योहारों का माह हैं। हर एक दिन कोई न कोई महत्वपूर्ण त्योहार या व्रत पड़ रहा हैं। इस माह सावन जैसे पवित्र महिने की शिवरात्रि, नागपंचमी, तीज, भाई-बहन का त्योहार रक्षाबंधन, और कृष्ण की जन्माष्टमी पड़ रही हैं। इस बार रक्षाबंधन में चंद्र ग्रहण का काला साया है। जिसके कारण बहन अपने भाईयों को राखी कुछ घंटे के अंदर ही बांध सकती है। इस कालें साये में सभी के जीवन में कुछ न कुछ फर्क पड़ेगा। (इस बार रक्षाबंधन में ग्रहण का काला साया, इस मुहूर्त में ही बांधे भाई को राखी)
वैसे इस माह अधिक त्योहार पड़ने के कारण ये महिना बहुत ही शुभ माना गया हैं। इस माह ऐसे योग, संयोग पड़ रह हैं। जिसके कारण आपके लिए ये माह लाभदायक साबित हो सकता हैं। इस माह आप थोड़ा धार्मिक होकर भगवान की कृपा पा सकते हैं। जानिए इस माह कौन से त्योहार कब पड़ रहे हैं। (7 अगस्त: रक्षाबंधन के साथ-साथ चंद्रग्रहण, इन राशियों पर पड़ेगा ये प्रभाव)
1 मंगलवार मंगला गौरी व्रत
2 बुधवार आदि पेरुक्कू
3 गुरुवार श्रावण पुत्रदा एकादशी, दामोदर द्वादशी
4 शुक्रवार प्रदोष व्रत, वरलक्ष्मी व्रत
7 सोमवार श्रावण पूर्णिमा, राखी, रक्षा बन्धन, चन्द्र ग्रहण
8 मंगलवार भाद्रपद प्रारम्भ *उत्तर
10 गुरुवार कजरी तीज
11 शुक्रवार संकष्टी चतुर्थी, संकटहरा चतुर्थी
12 शनिवार नाग पञ्चमी
13 रविवार बलराम जयन्ती, रांधण छठ
14 सोमवार शीतला सातम
15 मंगलवार जन्माष्टमी, मासिक कार्तिगाई, स्वतन्त्रता दिवस
16 बुधवार रोहिणी व्रत
17 गुरुवार सिंह संक्रान्ति, मलयालम नव वर्ष
18 शुक्रवार अजा एकादशी
19 शनिवार पर्यूषण पर्वारम्भ, प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
20 रविवार मासिक शिवरात्रि
21 सोमवार भाद्रपद अमावस्या, दर्श अमावस्या, सोमवती अमावस, सूर्य ग्रहण
23 बुधवार चन्द्र दर्शन
24 गुरुवार वराह जयन्ती, हरतालिका तीज, गौरी हब्बा
25 शुक्रवार सामवेद उपाकर्म, गणेश चतुर्थी
26 शनिवार ऋषि पञ्चमी, सम्वत्सरी पर्व
27 रविवार स्कन्द षष्ठी
28 सोमवार ललिता सप्तमी
29 मंगलवार गौरी आवाहन, राधा अष्टमी, मासिक दुर्गाष्टमी, महालक्ष्मी व्रत आरम्भ, दूर्वा अष्टमी
30 बुधवार गौरी पूजा
31 गुरुवार गौरी विसर्जन