Dussehra 2019: दशहरा के दिन नीलकंठ के दर्शन और आम के बौर को सूंघने माना जाता है शुभ, शस्त्रों की भी होती है पूजा
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जानें दशहरा के दिन ऐसे कौन से काम है जिन्हें जरुर करना चाहिए।
India TV Lifestyle Desk Oct 07, 2019, 12:34:21 IST
जीत का प्रतीक ‘विजयदशमी’ का त्योहार 8 अक्टूबर को जायेगा। इसे दशहरा के नाम से भी जाना जाता है। पुराणों के अनुसार रावण पर भगवान श्री राम की जीत के उपलक्ष्य में विजयदशमी का ये त्योहार मनाया जाता है। यह त्योहार नवरात्र के समाप्त होते ही मनाया जाता है। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार जानें दशहरा के दिन ऐसे कौन से काम है जिन्हें जरुर करना चाहिए।
- दहशहरा के दिन खंजन, यानी नीलकंठ पक्षी के दर्शन करना बड़ा ही शुभ माना जाता है। दशहरे के दिन इसका दर्शन करना अपनी किस्मत के दरवाजे खोलने के समान है। अगर आज के दिन आपको कहीं भी नीलकंठ के दर्शन हो जाये तो उसे देखते हुए कहना चाहिए - खंजन पक्षी, तुम इस पृथ्वी पर आये हो, तुम्हारा गला नीला एवं शुभ्र है, तुम सभी इच्छाओं को देने वाले हो, तुम्हें नमस्कार है। तिथितत्व के पृष्ठ 103 में खंजन पक्षी के देखे जाने के बारे में और वृहत्संहिता के अध्याय 45 में खंजन के कब किस दिशा में दिखने से मिलने वाले फल के बारे में भी विस्तार से बताया गया है। आसमान में दिन-प्रतिदिन पक्षियों की घटती संख्या को देखते हुए ये तो नहीं कहा जा सकता है कि आपको नीलकंठ पक्षी के दर्शन जरूर हो ही जायें। लेकिन ऐसी स्थिति में आप एक काम जरूर कर सकते हैं। आप नीलकंठ पक्षी का चित्र इंटरनेट से डाउनलोड करके, उसके दर्शन कर सकते हैं।
दशहरा के दिन अपराजिता और शमी की पूजा का है विशेष लाभ, जानें पूजा विधि
- आज के दिन आम के बौर को सूंघने की भी परंपरा है। इससे व्यक्ति का मानसिक संतुलन अच्छा रहता है, मन प्रसन्न रहता है और डिप्रेशन आदि से छुटकारा मिलता है।
- आज विजयदशमी के दिन धान की हरी, अनपकी बालियों को घर के द्वार पर टांगने और गेहूं की बालियों को घर के पुरुषों के कानों पर टांगने का या पगड़ी पर रखने का चलन है। माना जाता है कि ऐसा करने से घर में पैसा आता है।
- आज विजयदशमी के दिन अपने काम से संबंधित शस्त्रों की पूजा करने का भी विधान है। इससे जरूरत पड़ने पर ये आपके काम आते हैं।
- आज के दिन अपने घर या फिर मंदिर में लाल पताका भी लगानी चाहिए। ये पताका जीत का प्रतीक होती है। इससे आपकी जीत हमेशा कायम रहेगी।
Dussehra 2019: जानें कब है दशहरा, साथ ही जानिए विजयदशमी का शुभ मुहूर्त और महत्व