धर्म डेस्क: देश में नवरात्र का त्योहार बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रुपों का पूजन किया जाता है। व्रत के दौरान अष्टमी यानी कि आंठवे दिन कन्य़ा पूजन का विधान है। इतना ही नहीं जो लोग पूरे नौ दिनों तक व्रत नहीं रख पाते हैं वे भी अष्टमी का व्रत रखते हैं और कंजक पूजा (Kanjak Puja) भी करते हैं।
अष्टमी कब है?
वरात्रि या नवरात्र के आठवें दिन अष्टमी मनाई जाती है। इस बार अष्टमी 17 अक्टूबर को है।
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 16 अक्टूबर 2018 की सुबह 10 बजकर 16 मिनट से
अष्टमी तिथ समाप्त: 17 अक्टूबर 2018 की दोपहर 12 बजकर 49 मिनट तक।
क्यों महत्वपूर्ण है अष्टमी?
आपको बता दें कि नवरात्रि के आंठवे दिन महागौरी की पूजा की जाती है। ऐसी मान्यता है कि महागौरी की अराधना करने से सुख-शांति और समृद्धि आचती है। इस दिन 9 कन्याओं के साथ-साथ एक बालकर को बुलाकर भोज कराया जाता है। फिर अपनी इच्छानुसार उपहार दिया जाता है। आपको बता दें कि बंगाली लोगों के लिए अष्टमी बहुत ही महत्वपूर्ण होता है।
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