धर्म डेस्क: प्रदोष व्रत भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा के लिए विशेष तिथि है। इस तिथि में व्रत व पूजन का विशेष महत्व होता है और ऐसी माना जाता है कि जो भी व्यक्ति इस तिथि में पूजन करता है। उसको मां पार्वती व भगवान शंकर की कृपा मिलती है। इस बार शनि प्रदोष व्रत 12 नवंबर, शनिवार को है।
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इस बार प्रदोष व्रत शनिवार को पडने के कारण शिव और माता पार्वती के साथ ही शनिदेव की भी कृपा प्राप्त होगी। प्रदोष व्रत त्रयोदशी क दिन रखा जाता है। ज्योतिषों के अनुसार इस बार का प्रदोष व्रत पुण्यकारी है।
शनि प्रदोष में खास तौर पर भगवान को तिल का भोग अर्पित करना चाहिए साथ ही गरीबों को भी भोग खिलाना चाहिए। काले छाते व जूते का दान करना चाहिए। इससे राशि में चंद्र देव से होने वाले सभी दोषों से शनि की कृपा से मुक्ति मिलती है।
शनि प्रदोष व्रत में शनि और शिव भगवान की पूदा करने की विशेष लाभ है। इन दिन इन उपायों में से कोई एक उपाय करने से आपको लाभ मिलेगा साथ ही आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी। जानिए इन उपायों के बारें में।
- शनि प्रदोष को तेल दान करने से इस समस्या से निजात मिल जाता है। इसके लिए एक कटोरी में सरसों का तेल लें और इसमें अपना चेहरा देखकर किसी को दान में तेल दे दे। इससे शनि दोष समाप्त हो जाएगा।
- किसी कुत्ते को तेल चुपड़ी हुई रोटी खिलाना। ऐसा माना जाता है कि कुत्ता शनिदेव का वाहन है और जो लोग कुत्ते को खाना खिलाते हैं उनसे शनिदेव अति प्रसन्न होते हैं।
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