धर्म डेस्क: एक आज नागपंचमी का त्योहार है। आज के दिन नागों की पूजा का विधान है। जिस कालसर्प दोष के नाम से सब डर जाते हैं, नागदेवता की पूजा करके उससे भी छुटकारा पाया जा सकता है। नागदेवता की पूजा कालसर्प दोष का निवारण करती है। इसलिए आपकी कुंडली में भी अगर काल सर्प दोष है तो उससे डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि नागपंचमी के दिन मैं आपको कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय। जानिए किस तरह मिल सकता है आपको काल सर्प दोष से निजात।
ऐसे जानें आपकी कुंडली में काल सर्प दोष है कि नहीं
प्रत्येक जन्म पत्रिका में राहु से केतु सातवें खाने में होता है और काल सर्प दोष का मतलब है सारे ग्रहों का राहु और केतु के एक ही तरफ होना।
ऐसे पाएं काल सर्प दोष से निजात
- अगर आपकी जन्म कुण्डली में राहु लग्न में है, तो आप अपने घर की पूर्व दिशा में नाग पंचमी की पूजा कीजिए, लेकिन सबसे पहले वासुकि की पूजा ईशान कोण में कीजिये, फिर तक्षक, फिर कालिया और सबसे अन्त में धनंजय की पूजा करें।
- अगर आपकी जन्म पत्रिका में राहु दूसरे खाने में है, तो घर की पूर्व दिशा जहां उत्तरी दिशा से मिलती है। वहां नाग पूजा करें। वासुकि से शुरू कर तक्षक, कालिय, मणिभद्र, ऐरावत, ध्रतराष्ट्र, ककोर्टक और फिर धनंजय की पूजा करिए।
अन्य काल सर्प दो, के बारें में जानने के लिए देखे वीडियो-
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