धर्म डेस्क: आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से रेवती नक्षत्र को अंतिम नक्षत्र माना जाता है। नक्षत्र का अर्थ है- कुछ तारों को मिलकर बनी एक आकृति। कहते हैं रेवती नक्षत्र 32 तारों का समूह है, जिसका अर्थ है- धनवान या धनी।
इस नक्षत्र को धन सम्पदा की प्राप्ति तथा एक अच्छे सुखी जीवन के साथ जोड़ कर देखा जाता है। रेवती नक्षत्र की राशि मीन है और मीन राशि के स्वामी गुरु हैं जबकि रेवती नक्षत्र के स्वामी मंगल हैं। अतः रेवती नक्षत्र में मंगल की उपासना करनी चाहिए।
रेवती नक्षत्र के दौरान विद्या का आरंभ, गृह प्रवेश, विवाह, किसी सम्मान समारोह में जाना, देव प्रतिष्ठा इत्यादि कार्य करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। रेवती नक्षत्र व्यक्ति को सुंदर, तेजवान, चतुर, बुद्धिमान और धन-धान्य से युक्त बनाता है। आज रेवती नक्षत्र है। जानिए आजके दिन कौन से उपाय करने से होगी हर मनोकामना पूर्ण।
बिजनेस में वृद्धि के लिए
हर कोई चाहता है कि उसके व्यापार की बिक्री बढ़ जाए और बिजनेस में अधिक से अधिक धन लाभ हो। इसके लिये रेवती नक्षत्र में लाल चंदन, लाल फूल और रोली लेकर, एक लाल रंग के कपड़े में बांधकर पोटली बना लें और आने वाले एक सप्ताह के लिए मंदिर में रख दें। एक सप्ताह बाद कपड़े की पोटली में से तीनों चीज़ों को निकालकर पीपल के पेड़ के नीचे रख दें और उस लाल कपड़े को अपने पास संभालकर रख लें। ऐसा करने से आपके बिजनेस में बढ़ोत्तरी होना तय है।
धनलाभ
यदि कुछ-कुछ समय बाद आप अपने आपको किसी न किसी आर्थिक समस्या से घिरा पाते हैं या आपके हाथ से कई बार धनलाभ के अच्छे अवसर निकल जाते हैं तो रेवती नक्षत्र में मूंगे की माला से हनुमान जी का मंत्र जाप करें। मंत्र है-
"ऊँ हं हनुमनते नमः"।। ऐसा करने से आपकी सभी आर्थिक समस्याएं दूर होंगी।
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