धर्म डेस्क: शुक्रवार को बहुत ही खास नक्षत्र लग रहा है। इस दिन मां काली और भगवान शनि को भी प्रसन्न कर सकते है। आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से सत्रहवें नक्षत्र, यानी अनुराधा नक्षत्र की। अनुराधा नक्षत्र को सफलता, आनंद और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। साथ ही इसे बुद्धिमता, विवेक, शक्ति और संरक्षण की क्षमता के साथ जोड़कर देखा जाता है। अनुराधा नक्षत्र के दौरान विवाह आदि का आयोजन, यात्रा और वाहन खरीदने जैसे कार्य करना शुभ माना जाता है।
अनुराधा नक्षत्र की राशि वृश्चिक है और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल हैं, जबकि अनुराधा नक्षत्र के स्वामी शनिदेव हैं। हर नक्षत्र का अपना एक पेड़ होता है और उस नक्षत्र में उस पेड़ की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
- अनुराधा नक्षत्र में मां काली के सामने एक तेल का दीपक और एक गुग्गल की धूप जलाएं। साथ ही काली मां को पेड़े और लौंग अर्पित करें। इसके बाद काली मां के मंत्र का 11 बार जाप करें। मंत्र है -
"आंग हीं क्रां भद्र काल्यैय नमः" इस मंत्र का जाप करने से आपको दुश्मनों से छुटकारा मिलेगा।
- यदि मेहनत के बाद भी आपको अपने परिश्रम का फल नहीं मिलता, तो अनुराधा नक्षत्र में शनिदेव की प्रतिमा के सामने बैठकर विधि-पूर्वक उनकी पूजा करें। इसके बाद संभव हो तो काले तिल से शनिदेव का मंत्र पढ़ते हुए हवन भी करना चाहिए। मंत्र है-
'ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चरये नम:'
- यदि आप किसी को अपनी तरफ आकर्षित करना चाहते हैं तो अनुराधा नक्षत्र में 7 लौंग लेकर शनिदेव को अर्पित करें और हर बार एक लौंग चढ़ाते हुए जिसे आपको आकर्षित करना है, उसका नाम लें और फिर शनिदेव का मंत्र पढ़ें-
'ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चरये नम:'
इसी तरह बाकी की लौंग भी शनिदेव को अर्पित करें। ऐसा करने से आप उस व्यक्ति को अपनी तरफ आकर्षित करने में सफल होंगे।
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