धर्म डेस्क: हमारे ग्रंथो और शास्त्रों में हर देवी-देवता को कई नामों से जाना जाता है। उसी के आधार पर उनकी कृपा प्रपात होती है। प्रथम स्मरणीय भगवान गणेश के भी अनेक नाम हैं। उनके सबसे ज्यादा प्रचलित नाम तो गणेश और गणपति हैं, लेकिन इसके अतिरिक्त उनके अनेक नाम हैं, जो मन को प्रसन्नता देने के साथ ही गूढ़ संदेश भी देते हैं।(विश्व की एकलौती अनोखी प्रतिमा, जहां बजरंगबली खड़े है सिर के बल)
सबसे पहले श्री गण्श जी की पूजा का विधि है। इनकी सवारी मूषक और सबसे प्रिय भोग मोदक यानी कि लड्डू है। अगर आपका कोई भी काम न हो रहा हो तो सच्चे मन से भगवान गणेश की पूजा करें। रुके हुआ काम हो जाएगे। साथ ही इनकी कृपा रहने से आपके घर में कभी भी धन-संपत्ति की कमी नही होगी।(..तो इस कारण कैकेयी ने मांगा था राम के लिए वनवास)
श्री गणेश के नामों से लेने सेभी आपके काम पूर्ण हो जाएगे। आप जब भी कोई काम करने जाए। उससे पहले भगवान गणेश के इन नामों मे जो नाम आपको याद हो वो लें। ऐसा करने से आपके जिस काम से जा रहे है। उस काम में आपको सफलता मिलेगी। जिस तरह दूसरें देवताओं ने पाप और राक्षसों का वध के लिए विभिन्न अवतार लिए।
उसी प्रकार श्री गणेश ने भी कई अवतार लिए। वैसे तो भगवान गणेश ने 108 अवतार लिए, लेकिन इन अवतारों में से ये 8 अवतार मुख्य माने जाते है। इन अवतारों का वर्णन आपको गणेश पुराण, मुद्गल पुराण, गणेश अंक आदि ग्रंथो में मिल जाएगा। जानिए श्रीगणेश के इन 8 अवतारों के बारें में।
श्री गणेश के इन नामों का रोज स्मरण करना चाहिए- वक्रतुंड, लंबोदर, एकदंत, महोदर, गजानन, विकट, धूम्रवर्ण और विघ्नराज
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