A
Hindi News लाइफस्टाइल जीवन मंत्र धनतेरस का महत्व और पूजा विधि, जानिए

धनतेरस का महत्व और पूजा विधि, जानिए

नई दिल्ली: हिंदू धर्म में दीपावली का पर्व बहुत ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस पर्व के पहले कई पर्व आते है। जैसे कि शारदीय नवरात्रि, दशहरा और धनतेरस। धनतेरस छोटी दीवाली से एक

धनतेरस की कथा

एक राज्य में एक राजा था, कई सालों तक प्रतिक्षा करने के बाद उसके यहां एक पुत्र हुआ। किसी ज्योतिषी ने उस पुत्र को देखकर कहा कि इस बालक का विवाह जिस दिन भी होगा, उसके चार दिन बाद ही इसकी मृ्त्यु हो जायेगी। यह सुनकर राजा बहुत ही चिंतित हुए। इसके बाद राजा ने राजकुमार को ऐसी जगह भेज दिया जहां पर कोई भी कन्या नही गुजरती थी, लेकिन एक दिन अचानक एक राजकुमारी वहां से निकली। जिसके कारण राजकुमार ने उसे देख लिया और दोनों एक दूसरें में मोहिक हो गए और दोनों ने शादी कर ली।

ज्योतिषी की भविष्यवाणी के अनुसार ठीक चार दिन बाद यमदूत राजकुमार के प्राण लेने आ पहुंचे। यमदूत को देखकर राजकुमार की पत्नी रोने लगी। जिसे देखकर यमदूत को उसके ऊपर दया आ गई और वह यमराज के पास गए और विनती करते हउए कहा की इसके प्राण बचाने का कोई उपाय बताइए। तब यमराज ने कहा की जो प्राणी कार्तिक कृ्ष्ण पक्ष की त्रयोदशी की रात को पूजन करके दीप माला से दक्षिण दिशा की ओर मुंह वाला दीपक जलायेगा, उसे कभी अकाल मृ्त्यु का भय नहीं रहेगा। जब राजकुमार की पत्नी ने ऐसा ही किया। जिसके कारण राजकुमार जीवित हो गया। वह और कोई दिन नही धनतेरस का दिन था। इसीलिए इस दिन घर से बाहर दक्षिण दिशा की ओर दीप जलाए जाते है।

ये भी पढ़े- रावण से सीख सकते है जीवन में कौन कौन से काम नही करने चाहिए

Latest Lifestyle News