धर्म डेस्क: आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से 23 वें नक्षत्र धनिष्ठा है। धनिष्ठा नक्षत्र आज पूरा दिन पार करके देर रात 01:40 तक रहेगा। धनिष्ठा का अर्थ होता है- सबसे धनवान। धनिष्ठा नक्षत्र को सुख-समृद्धि तथा मान-प्रतिष्ठा का सूचक माना जाता है। धनिष्ठा नक्षत्र व्यवहारिक कौशल और ऊर्जा से भरपूर रहता है। इस नक्षत्र का प्रतीक चिन्ह ढोल या मृदंग को माना जाता है।
इस नक्षत्र का संबंध शमी के पेड़ से है। धनिष्ठा नक्षत्र के पहले दो चरण मकर राशि में आते हैं और आखिरी दो चरण कुंभ राशि में आते हैं, जबकि इस नक्षत्र के स्वामी मंगल हैं। अतः धनिष्ठा नक्षत्र में शमी के पेड़ और मंगल की उपासना करनी चाहिए। साथ ही धनिष्ठा नक्षत्र में श्री हनुमान और भगवान शंकर की उपासना करने से भी बड़े शुभ फल प्राप्त होते हैं, तो आज के दिन विभिन्न राशि वालों को अलग-अलग फलों की प्राप्ति के लिये क्या उपाय करने चाहिए। जानिए इनके बारें में।
मेष राशि
अपने घर की सुख-समृद्धि को निरंतर बनाये रखने के लिये आज के दिन धनिष्ठा नक्षत्र में शमी के वृक्ष की पूजा करें और शमी के वृक्ष की जड़ में सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि निरंतर बढ़ती जायेगी।
वृष राशि
अपने दाम्पत्य संबंधों की ऊर्जा को बरकरार रखने के लिये आज के दिन श्री हनुमान को सिन्दूर में चमेली का तेल मिलाकर अर्पित करें। साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से आपके दाम्पत्य संबंधों की ऊर्जा बरकरार रहेगी।
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