धर्म डेस्क: अब कार्तिक शुक्ल एकादशी के बाद से ही मांगलिक कार्य शुरू होंगे। पुरानों के मुताबिक जब भगवान विष्णु ने राजा बलि का पाताललोक का राजा बना दिया और वर मांगने को बोला तो बलि ने उनसे पाताल लोक में निवास करने का आग्रह किया। तब से चार महीने के लिए देवता पाताललोक में चले जाते हैं। इस दौरान किसी भी तरह का मांगलिक कार्य निषेध है।
23 जुलाई को देवशयनी एकादशी है। आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी को हम देवशयनी एकादशी के नाम से जानते हैं। एकादशी व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। देवशयनी एकादशी को भगवान विष्णु 4 महीने के लिए पाताललोक सोने चले जाते हैं इसलिए इसे देवशयनी एकादशी कहा जाता है। आषाढ़ शुक्ल एकादशी से लेकर कार्तिक शुक्ल एकादशी तक मांगलिक कार्य नहीं होंगे। 4 महीने तक भगवान विष्णु योग निद्रा में रहेंगे। देवोत्थान एकादशी 19 नवंबर को अबूझ मुहूर्त से शादियों की शुरुआत होगी।
दूसरी कथा के मुताबिक आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष में एकादशी को शंखासुर राक्षस मारा गया था तब से इस दिन से भगवान चार महीने तक क्षीर सागर में सोने के लिए चले जाते हैं।
विवाह के शुभ मुहूर्त
दिसंबर 2018
12,13
जनवरी 2019
26
फरवरी
22
मार्च
9,10
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