चैत्र तृतीया तिथि यानि चैत्र नवरात्र के तीसरे दिन मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की उपासना की जाएगी। देवी मां के माथे प र घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित होने के कारण ही इन्हें चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है। मां चंद्रघंटा, जिनका वाहन सिंह है।
देवी चंद्रघंटा हर परिस्थिति में सभी तरह के कष्टों से छुटकारा दिलाने में सहायक है। मां चंद्रघंटा के मंत्र का जप किया जाये तो सभी परेशानियों के साथ ही साधक को शुक्र ग्रह से संबंधी परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है। क्योंकि शुक्र ग्रह पर मां चंद्रघंटा का आधिपत्य रहता है।
Chaitra Navratri 2021: नवरात्र के तीसरे दिन करें मां चंद्रघंटा की पूजा, जानिए पूजा विधि, मंत्र और भोग
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार ऋण मुक्ति हेतु माता चंद्रघंटा की कृपा पाने के मन्त्र और उपाय करे। इससे आपको जल्द मिलेगा।
मंत्र
दारिद्रय दुःख भय हरिणी का त्वदन्या
सर्वोपकार करणाय सदार्द चित्ता।
माता चन्द्रघंटा के इस मन्त्र का 51 बार जप करने से आपको जल्द ही ऋण यानि कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
- आज कमल गट्टे को पीस कर देशी घी की सफ़ेद बर्फी मिला कर 21 आहुति दें|
- आज पीली कौड़ी और हर सिंगार की जड़ को रोली, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप से पूजन करके धारण करें, या अपने पास रखें तो ऋण से मुक्ति प्राप्त होगी।
- आज सफ़ेद कपड़े में पांच गुलाब के फूल, चांदी का टुकड़ा, चावल और गुड, सफ़ेद कपड़े में रखकर 21 बार गायत्री मन्त्र का पाठ करें। 'मेरी परेशानी उतर जाये मेरा कर्ज उतर जाये' मन में ऐसा विचार करते हुये जल में प्रवाहित करें।
राशिफल 15 अप्रैल 2021: नवरात्र का तीसरा दिन इन राशियों को देगा धनलाभ, वहीं इन्हें होगी परेशानी
- कमल की पंखुड़ियों में माता को मक्खन मिसरी का भोग लगाकर 48 लौंग और 6 कपूर की आहुति दीजिये।
- केले के पेड़ की जड़ में रोली, चावल, फूल और जल अर्पित करें और नवमी वाले दिन केले के पेड़ की थोड़ी सी जड़ तिजोरी में रखें कर्ज से मुक्ति होगी|
Latest Lifestyle News