कोरोना के चलते नवमी पर कंजक नहीं बुला पा रहे, ये रहे समाधान
आइए हम कुछ उपाय आपको बताते हैं जिसके चलते आपकी नवमी की पूजा भी हो जाएगी और कंजक न बिठाने का अफसोस भी आपके मन में नहीं रहेगा।
देश भर में चैत्र नवरात्र इस बार कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच मनाए गए। लोगों ने मंदिरों में पूजा करने की बजाय घरों में ही पूजा की और अब जब कन्या पूजन का वक्त चल रहा है, तब भी लोग कंजक पूजन नहीं कर पा रहे हैं। इसकी वजह है कि कोरोना के चलते घरों में बच्चियां बुलाई नहीं जा सकती। ऐसे में कंजक कैसे बिठाई जाए और कैसे नवमी की पूजा की जाए। आइए हम कुछ उपाय आपको बताते हैं जिसके चलते आपकी नवमी की पूजा भी हो जाएगी और कंजक न बिठाने का अफसोस भी आपके मन में नहीं रहेगा।
घर की कन्या को कंजक मानें
इस समय जब कोई भी मां अपनी बच्ची को किसी के घर कंजक के लिए नहीं भेजेगी, आप घर की कन्या को ही कंजक मानकर उसकी विधिवत पूजा करके उसे प्रसाद चढ़ाएं। जैसी आवभगत आप कंजक की करते हैं, वैसे ही घर की बच्ची के लिए करें और उसे पर्याप्त दान भी करें। याद रहे कि वो दान केवल उसी बच्ची के लिए इस्तेमाल हो।
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कंजक का प्रण करें
अगर आपके घर में बच्ची नहीं है तो आप मातारानी की पूजा के समय किसी अन्य दिन 9 कन्याओं को कंजक खिलाने का प्रण लें। इसके लिए अलग से धनराशि निकाल कर घर के मंदिर में रख दें औऱ मातारानी के चरणों में प्रसाद चढ़ाकर व्रत का पारण कर सकते हैं।
गरीब बच्चियों के लिए राशन/किताबें
आप चाहें तो अपने आस पास की गरीब बच्चियों की मदद के लिए प्रण ले सकते हैं। आप अपने मोहल्ले, सोसाइटी में काम करने वाले मेड, गार्ड इत्यादि के बच्चों को राशन दे सकते हैं, उनकी पढ़ाई लिखाई में मदद का प्रण कर सकते हैं। जो भी आपसे संभव हो सके, वो आप कर सकते हैं।