वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए दर्पण के बारे में। दर्पण का सामान्यतः अर्थ है- चेहरा देखने वाला शीशा, लेकिन वास्तु शास्त्र में और फेंगशुई में भी इसका बहुत महत्व है। सही दिशा में सही ढंग से लगाया गया दर्पण वास्तु के अच्छे परिणाम देने में सहायता करता है और वास्तु दोषों से भी छुटकारा दिलाता है।
दर्पण का जितना महत्व आंतरिक साज-सज्जा के लिये है, उतना ही वास्तु की दृष्टि से भी है। चीनी वास्तु में भी दर्पण का प्रयोग सृजनात्मक ऊर्जा के अच्छे प्रभावों को बढ़ाने के लिये, उसके प्रवाह को नियंत्रित करने के लिये और नकारात्मक ऊर्जा को पलटकर उसके प्रभाव को खत्म करने के लिये किया जाता है। दर्पण लगाने के लिये वह स्थान सबसे अच्छा माना जाता है, जहां उत्तर और पूर्व दिशाएं मिलती हों।
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