धर्म डेस्क: तिथि तत्व में लिंग पुराण के हवाले से कहा गया है कि बिना भस्म के त्रिपुण्ड और बिना रुद्राक्ष के महादेव शिव की पूजा फलप्रद नहीं होती। निर्णयसिंधु के अनुसार "अग्निसम्भूत त्रिमुखी स्तत्र" यानि तीन मुखी रुद्राक्ष अग्नि से उत्पन्न हुआ है और यह पापों को नष्ट करने वाला है। पंच तत्वों में अग्नि का स्थान विशिष्ट है। (जानिए सातमुखी रुद्राक्ष से क्या होते हैं बड़े फायदे? कैसे करें सही रुद्राक्ष की पहचान और क्या है पहनने का नियम )
तीन मुखी रुद्राक्ष स्वंय में बृह्मा, विष्णु और महेश को धारण करता है, वह जठराग्नि, बड़वाग्नि और दावाग्नि समस्त से मनुष्य की रक्षा करता है। कल हमने अपनी खबर में आपको तीन मुखी रुद्राक्ष की महिमा, उसकी अनगिनत विशेषताओं के बारे में बताया था। इसी सीरिज को आगे बढाते हुए आज हम बताएंगे कि राशिनुसार तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या लाभ मिलेंगे। (तीन मुखी रुद्राक्ष दिलाता है कई बीमारियों से निजात, जानिए और फायदे)
मेष
इस राशि वालों के लिए मंगल ग्रह लग्न और अष्टम स्थान का स्वामी है। अतः तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने से शरीर और आयु की रक्षा होगीय। साथ ही शत्रुओं का नाश भी होगा।
वृष
इस राशि के लिये मंगल ग्रह द्वादश और सप्तम स्थान का स्वामी है अतः तीन मुखी रुद्राक्ष पहनने से मारकेश ग्रह शांत होंगे और खर्चे घटेंगे।
मिथुन राशि
मंगल ग्रह एकादश और छठे अकारक घरों का स्वामी है अतः तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से शत्रु नष्ट होंगे और कामनाओं की पूर्ति होगी।
कर्क राशि
मंगल ग्रह दशम भाव और पंचम भाव का स्वामी है अतः तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से विधा प्राप्त होगी और कैरियर में मजबूती मिलेगी।
सिंह
मंगल ग्रह सुख और भाग्य स्थान का स्वामी है अतः तीन मुखी रुद्राक्ष धारण करने से माता, भूमि, भवन, वाहन और भाग्य की प्राप्ति होगी।
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