basil
ज्योतिष के अनुसार
इस बारे में ज्योतिष लोग मानतें है कि तुलसी का पौधा बुध के कारण सुखता है, क्योंकि बुध ग्रह हरे का प्रतीक होता है और पेड़-पौधें, हरियाली का प्रतीक होता है। यह एक ऐसा ग्रह होता है जो दूसरों ग्रहों के अच्छे और बुरे प्रभाव जातक तक पंहुचाता है।
अगर कोई ग्रह शुभ फल देता है तो उसके शुभ प्रभाव से तुलसी का पौधा सुखता नही है वो आराम से बढता रहता है। बुध के प्रभाव से ही तुलसी के पौधे में फूल लगने लगते हैं। घर में तुलसी के पौधे की होना किसी डॉक्टर के होने से कम नही है। साथ ही यह पौधा वास्तु के दोष भी दूर करने में भी सक्षम है।
हिंदू धर्म में माता के समान सुख प्रदान करने वाली तुलसी का वास्तु शास्त्र में भी विशेष स्थान है तुलसी का स्थान हमारे शास्त्रों में पूज्यनीय देवी के रूप में है तुलसी को मां शब्द को बोल कर हम रोज इनकी पूजा आराधना भी करते है इसके गुणों को आधुनिक रसायन शास्त्र भी मानता है इसकी हवा तथा स्पर्श एवम इसका भोग दीर्घ आयु तथा स्वास्थ्य विशेष रूप से वातावरण को शुद्ध करने में सक्षम होता है।
शास्त्र के अनुसार तुलसी के कई तरह के पौधे मिलते है जैसे कि श्रीकृष्ण तुलसी, लक्ष्मी तुलसी, राम तुलसी, भू तुलसी, नील तुलसी, श्वेत तुलसी, रक्त तुलसी, वन तुलसी, ज्ञान तुलसी है।
अगली स्लाइड में जानें तुलसी को वास्तु शास्त्र के रुप में कैसे करें इस्तेमाल
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