धर्म डेस्क: प्रत्येक वर्ष माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी मनायी जाती है। अतः आज बसंतपंचमी का त्योहार है। इस बार वसंत पंचमी 22 जनवरी, सोमवार को है। बसंतपंचमी को श्री पंचमी भी कहते हैं। इस दिन से ऋतुराज वसन्त, यानी वसंत ऋतु का आरंभ माना जाता है।
बसंत पंचमी के आगमन पर ठंड धीरे-धीरे कम होने लगती है, खेतों में गेंहू की बालियां पकने लगती हैं और पीली पीली सरसों खिल जाती है। बसंत पंचमी के दिन सरस्वती पूजा करने का विधान है। मां सरस्वती विद्या और कला की देवी हैं। ऋग्वेद में देवी सरस्वती का वर्णन करते हुए कहा गया है-
प्रणो देवी सरस्वती वाजेभिर्वजिनीवती धीनामणित्रयवतु।
अर्थात् ये परम चेतना हैं। सरस्वती के रूप में ये हमारी बुद्धि, प्रज्ञा तथा मनोवृत्तियों की संरक्षिका हैं। हमारे अंदर जो आचार और मेधा है, उसका आधार मां सरस्वती ही हैं। इनकी समृद्धि और स्वरूप का वैभव अद्भुत है।
बसंत पंचमी के दिन राशि के अनुसार ऐसे पूजा करने से और सही मंत्र का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूर्म होती है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से राशि के अनुसार क्या करें।
मेष राशि: आज के दिन मां सरस्वती को पीले रंग का फूल चढ़ाएं और ''ऊँ ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नम:'' मंत्र का जाप करें।
वृष राशि: आज के दिन मां सरस्वती को दूध चावल की खीर बनाकर, उसमें केसर डालकर भोग लगाएं और ''ऊँ ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नम:'' मंत्र का जाप करें।
मिथुन राशि: आज के दिन मां सरस्वती को पीले या सफेद रंग का चंदन अर्पित करें और 'ऊँ ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नम:'' मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि: आज के दिन मां सरस्वती को पीले रंग की कोई मिठाई चढ़ाएं और ''ऊँ ऐं ह्रीं सरस्वत्यै नम:'' मंत्र का जाप करें।
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