आज राशिनुसार ऐसे करें अशून्य शयन द्वितीया व्रत पूजा, दोगुना मिलेगा धनलाभ
जिस प्रकार स्त्रियां अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये करवाचौथ का व्रत रहती हैं, ठीक उसी तरह पुरूषों को अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये यह व्रत रहना चाहिए। अशून्य शयन द्वितीया व्रत की विधि।
आज आश्विन कृष्ण पक्ष की उदया तिथि प्रतिपदा और दिन गुरुवार है। प्रतिपदा तिथि आज दोपहर 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगी, उसके बाद द्वितीया तिथि लग जाएगी जो कि अगली दोपहर 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। दरअसल श्रावण से लेकर कार्तिक तक के चार महीनों को चातुर्मास के नाम से जाना जाता है, जिनमें आश्विन तीसरा महीना है। चातुर्मास के इन चार महीनों के दौरान शादी-ब्याह आदि शुभ कार्य करने की मनाही होती है। साथ बीते भाद्रपद के महीने में दही के सेवन की मनाही थी। अब आश्विन महीन शुरू हो गया है इस महीने में आपको दूध का सेवन अवॉयड करना चाहिए। आज के दिन द्वितीया तिथि वालों का श्राद्ध नहीं किया जाएगा । क्योंकि श्राद्ध हमेशा मध्यान में किया जाता है और आज द्वितीया तिथि दोपहर के बाद 12 बजकर 27 मिनट पर लग रही है और कल दोपहर बाद 2 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। लिहाजा द्वितीया तिथि का श्राद्ध कल यानी, 4 सितंबर को किया जाएगा।
चातुर्मास के प्रत्येक चार महीनों के दौरान कृष्ण पक्ष की द्वितीया को अशून्य व्रत मनाया जाता है। विष्णुधर्मोत्तर के पृष्ठ- 71, मत्स्य पुराण के पृष्ठ- 2 से 20 तक, पद्मपुराण के पृष्ठ-24, विष्णुपुराण के पृष्ठ- 1 से 19 आदि में इस व्रत का उल्लेख मिलता है।
राशिफल 3 सितंबर: कर्क राशि के लोगों को करनी पड़ेगी कड़ी मेहनत, वहीं इन्हें मिलेगा अच्छी जॉब का ऑफर
जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिए पुरुष रखें ये व्रत
अशून्य शयन द्वितीया का अर्थ है- बिस्तर में अकेले न सोना पड़े। जिस प्रकार स्त्रियां अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये करवाचौथ का व्रत रहती हैं, ठीक उसी तरह पुरूषों को अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र के लिये यह व्रत रहना चाहिए। हेमाद्रि और निर्णयसिन्धु के अनुसार अशून्य शयन द्वितीया का यह व्रत पति-पत्नी के रिश्तों को बेहतर बनाने के लिये बेहद अहम है। इस व्रत में लक्ष्मी तथा श्री हरि का पूजन करने का विधान है।
शास्त्रों में वर्णित है कि चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु का शयनकाल होता है और इस व्रत के माध्यम से शयन उत्सव मनाया जाता है। जो भी इस व्रत को करता है, उसके दाम्पत्य जीवन सुख-शांति तथा सौहार्द्र बना रहता है। पतियों को यह व्रत अवश्य करना चाहिए। व्रत में इस प्रकार प्रार्थना करें -
लक्ष्म्या न शून्यं वरद यथा ते शयनं सदा।
शय्या ममाप्यशून्यास्तु तथात्र मधुसदन।।
अर्थात् हे वरद, जैसे आपकी शेषशय्या लक्ष्मी जी से कभी भी सूनी नहीं होती, वैसे ही मेरी शय्या अपनी पत्नी से सूनी न हो, यानी मैं उससे कभी अलग ना हूं।
वास्तु शास्त्र: घर पर रखें इस तरह के लॉफिंग बुद्धा, परिवार में हमेशा बनी रहेगी शांति
ऐसे करें पारण
इस व्रत में शाम के समय अक्षत, दही तथा फलों से चन्द्रमा को अर्घ्य दिया जाता है और अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है। आपको बता दूं कि आज के दिन चन्द्रोदय शाम 7 बजकर 13 मिनट पर होगा। फिर अगले दिन, यानी तृतीया को किसी ब्राह्मण को भोजन कराकर कोई मीठा फल दें और उनका आशीर्वाद लें। इससे आपका दाम्पत्य जीवन सुखमय होगा ।
जानें जीवनसाथी के किस अंग में विराजित है भगवान विष्णु
आज अशून्य शयन व्रत के दिन, जीवनसाथी, यानी आपकी पत्नी के किस अंग में मां लक्ष्मी का निवास होगा, आज आप उस अंग का स्पर्श करके भगवान विष्णु की कृपा पा सकते हैं और अपनी पत्नी से रिश्तों को बेहतर कर सकते हैं | अगर आप किसी काम से घर से बाहर हैं और आपने ये व्रत किया है तो अपने जीवनसाथी के उस अंग का ध्यान करके भी श्री विष्णु की कृपा पा सकते हैं।
मेष राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी के बायें कंधे में देवी लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी के बायें कंधे का स्पर्श या ध्यान करते समय श्री विष्णु के अच्युत नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए-ऊँ अच्युताय नमः। इससे आपका पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा।
वृष राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी के बायें कान में देवी लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी के बायें कान का स्पर्श या ध्यान करते समय श्री विष्णु के हृषिकेष नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए- ऊँ हृषिकेषाय नमः। इससे आपके जीवन में प्यार ही प्यार बरसेगा।
मिथुन राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी के कंठ में, यानी गले में मां लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी के कंठ का स्पर्श या ध्यान इस मन्त्र के साथ करना चाहिए मन्त्र है -ऊँ पद्मानाभय नमः। इससे आपके रिश्तों की गति बनी रहेगी।
कर्क राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी के दाहिनी कंधे में मां लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी के दाहिनी कंधे का स्पर्श या ध्यान करते समय श्री विष्णु के नारायण नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए-ऊँ नारायणाय नमः। इससे जीवनसाथी के साथ आपके संबंध मधुर होंगे।
सिंह राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी के दाहिने कान में मां लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी के दाहिने कान का स्पर्श या ध्यान करते समय श्री विष्णु के श्रीधर नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए-ऊँ श्रीधराय नमः। इससे आपके दाम्पत्य संबंधों में खुशियां आयेंगी।
कन्या राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी की दाहिनी ओर की पसलियों में देवी लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी की दाहिनी ओर की पसलियों का स्पर्श या ध्यान श्री विष्णु के त्रिविकरम नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए- ऊँ त्रिविकरमाय नमः। इससे आपको जीवनसाथी का पूरा साथ मिलेगा।
तुला राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी की नाभि में मां लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी की नाभि का स्पर्श या ध्यान श्री विष्णु के गोविंद नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए- ऊँ गोविंदाय नमः। इससे रिश्तों में प्यार बढ़ेगा।
वृश्चिक राशि
आज आश्विन अशून्य शयन व्रत के दिन आपकी जीवनसाथी के दाहिने घुटनों में मां लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी के दाहिनी घुटनों का स्पर्श या ध्यान करते समय श्री विष्णु के माधव नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए-‘ऊँ माधवाय नमः।' इससे पत्नी के साथ आपका रिश्ता मजबूत होगा।
धनु राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी के हृदय में मां लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी के हृदय का स्पर्श या ध्यान करते समय श्री विष्णु के मधुसूदन नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए-ऊँ मधुसूदनाय नमः। इससे आपके दाम्पत्य संबंधों की मधुरता बरकरार रहेगी।
मकर राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी के बायें घुटने में मां लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी के बायें घुटने का स्पर्श या ध्यान करते समय श्री विष्णु के दामोदर नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए- ऊँ दामोदराय नमः। इससे आपके दाम्पत्य संबंधों की गरिमा बनी रहेगी।
कुंभ राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी की नाभि में मां लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी की नाभि का स्पर्श या ध्यान करना चाहिए और स्पर्श या ध्यन करते समय श्री विष्णु के केशव नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए- ऊँ केशवाय नमः। इससे रिश्तों में यकीन बना रहेगा।
मीन राशि
आज के दिन आपकी जीवनसाथी की बायीं ओर की पसलियों में देवी लक्ष्मी का निवास होगा। अतः आपको ये व्रत करके अपनी जीवनसाथी की बायीं ओर की पसलियों का स्पर्श या ध्यान करते समय श्री विष्णु के अनंत नाम का स्मरण करना चाहिए और कहना चाहिए-ऊँ अनंताय नमः। इससे आपको अपनी पत्नी का प्रेम मिलेगा।