वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए मुख्य द्वार के सामने नल लगाने के बारे में। वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी भी जल स्रोत को या नल आदि को मुख्य द्वार के ठीक सामने नहीं बनाना चाहिए। जैसे कई लोग बाहर आने-जाने वाले लोगों के लिये या पशुओं के लिये घर के मुख्य द्वार के बाहर बिल्कुल उससे सटाकर पानी की टंकी या प्याऊ बनवा देते हैं, जो कि कतई सही नहीं है।
देखिये हम ये नहीं कह रहे हैं कि आप भलाई का कार्य मत कीजिये या मेन गेट के साइड में जल का साधन मत बनवाइए, लेकिन इन्हें बनवाते समय दो बातों का ख्याल जरूर रखिये। एक तो मुख्य द्वार के दाहिनी ओर नलकूप वगैरह लगवाइए। दूसरा ये कि मुख्य द्वार से कम से कम ढाई मीटर की दूरी पर नलकूप या अन्य जल का कोई साधन होना चाहिए। इससे आपके घर के मुखिया को लाभ होगा और घर के बाकी सदस्यों के भी सुख में बढ़ोतरी होगी।