छप्पन भोग क्या है? जानें भगवान के भोजन की इस थाली में क्या-क्या खास होता है
Ram mandir prasad: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की शुभ घड़ी आ गई है और आज घर-घर में और तमाम मंदिरों में भगवान राम को 56 भोग चढ़ाए जाएंगे। लेकिन, बहुत से लोगों को पता नहीं होता कि छप्पन भोग क्या है।
Ram mandir prasad: जिस दिन का सबको इंतजार था वो दिन आज आ गया है। दरअसल, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की शुभ घड़ी आज ही है और सिर्फ अयोध्या (ram mandir ayodhya) में ही नहीं पूरे भारत में इसकी खुशी देखी जा सकती है। लोग घर घर में दिए जला रहे हैं और तरह-तरह से भगवान राम की पूजा कर रहे हैं। ऐसे में आज के दिल लोग अपने भगवान राम को तरह-तरह से भसाद से भाग लगाएंगे। इसी कड़ी में एक शब्द आता है छप्पन भोग जिससे भगवान राम का भोग लगया जाएगा। पर बहुत से लोगों के पास जानकारी नहीं होती कि छप्पन भोग है क्या और इनमें किन चीजों को शामिल करके भोग लगाया जाता है। तो, जानते हैं
छप्पन भोग क्या है।
छप्पन भोग क्या है
छप्पन भोग का मतलब है कि एक ऐसा भोग जिसमें सारे स्वाद हों। यानी कि मीठे से लेकर कड़वे और खट्टे से नमकीन तक हर स्वाद का इसमे भोग होगा। हालांकि, मुख्य रूप से छह रसों की बात होती है और 56 भोग में उन्हीं रसों के व्यंजन बनाए जाते हैं। इसमें कड़वा, तीखा, कसैला, अम्ल, नमकीन और मीठा सभी प्रकार का खाना भगवान को अर्पित किया जाता है।
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छप्पन भोग की थाली में क्या-क्या होता है
छप्पन भोग की थाली में
- भक्त (भात)
- सूप (दाल)
- प्रलेह (चटनी)
- सदिका (कढ़ी)
- दधिशाकजा (दही शाक की कढ़ी)
- सिखरिणी (सिखरन)
- अवलेह (शरबत)
- बालका (बाटी)
- इक्षु खेरिणी (मुरब्बा)
- त्रिकोण (शर्करा युक्त)
- बटक (बड़ा)
- मधु शीर्षक (मठरी)
- फेणिका (फेनी)
- परिष्टाश्च (पूरी)
- शतपत्र (खजला)
- सधिद्रक (घेवर)
- चक्राम (मालपुआ)
- चिल्डिका (चोला)
- सुधाकुंडलिका (जलेबी),
- धृतपूर (मेसू)
- वायुपूर (रसगुल्ला)
- चन्द्रकला (पगी हुई)
- दधि (महारायता)
- स्थूली (थूली)
- कर्पूरनाड़ी (लौंगपूरी)
- खंड मंडल (खुरमा)
- गोधूम (दलिया),
- परिखा
- सुफलाढया (सौंफ युक्त)
- दधिरूप (बिलसारू)
- मोदक (लड्डू)
- शाक (साग)
- सौधान (अधानौ अचार)
- मंडका (मोठ)
- पायस (खीर)
- दधि (दही)
- गोघृत
- हैयंगपीनम (मक्खन)
- मंडूरी (मलाई)
- कूपिका
- पर्पट (पापड़)
- शक्तिका (सीरा)
- लसिका (लस्सी)
- सुवत
- संघाय (मोहन)
- सुफला (सुपारी)
- सिता (इलायची)
- फल
- तांबूल
- मोहन भोग
- लवण
- कषाय
- मधुर
- तिक्त
- कटु
- अम्ल
तो, इस प्रकार की होती है भगवान की थाली। भगवान राम की थाली भी इन्हीं भोगों से भरी होगी। इसमें अलग-अलग प्रकार से बनी चीजों का स्वाद होगा। तो आज के दिन हर घर में भगवान राम 56 भोग खाएंगे।
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