रेसिपी डेस्क: आज पूरी दुनिया में World Food Day मनाया जा रहा है। इंडिया के खाने की बात करें, तो सभी यहां के खाने की ताऱीफ करते है। यहां तक कि जो लोग विदेश जाते है वो कहते है कि एक बार इंडिया का खाना जरुर चखें। अगर यहां के मसाले न चखा, तो आप खाने के शौकीन नहीं है।
खाना फिर भरने के लिए नहीं खाया जाता है। इससे हमारी संस्कृति, प्यार छिपा है। जहां भगवान को 56 भोग लगाए जाते है। वहीं रोजा में मुसलमान अपना रोजा इसी स्वादिष्ट खाने से खोलते है। यहां तक की लोग इतना ज्यादा खाते है कि हर दूसरा व्यक्ति मोटापे से ग्रसित हो गया है, इतना ही नहीं एक रिर्पोट आई। जिसमें भारत कुपोषित देशों की लिस्ट में शामिल है। पढ़कर हो गए न हैरान, लेकिन इस रिपोर्ट में ऐसा ही कुछ आया है।
दरअसल इतिहास के कई सौ सालों में देश में पड़ने वाले अकाल आदि के कारण भारतीयों का शरीर जेनेटिक रूप से ज्यादा फैट जमा करने के लिए प्रोग्राम है। बीयर बेली यानी पेट के पास चर्बी जमा होना देश के लोगों की बड़ी समस्या है. इसके साथ ही भारतीय खाने में प्रोटीन नहीं कार्बोहाइड्रेट (आलू, गेहूं और चावल) सबसे ज्यादा होता है। जिसके चलते हम में से ज्यादातर लोग शारीरिक रूप से संतुलित नहीं होते हैं। जो कि कुपोषण का कारण बनता है।
मोटापे से शिकार लोग
इंडिया में लोगों को पेटू कहा जाता है, क्योंकि यहां के लोग अनिलिमेटेड खाते है। इंडिया में कीब 10 करोड़ पुरुष और करीब 20 करोड़ महिलाएं मोटापे की चपेट में चुकी है। इसके साथ ही देश के 44% बच्चे कुपोषण का शिकार हैं।
जिसे आप कहते है भारतीय व्यंजन पर असल में है नहीं
हम बड़ी शान से जिस भारतीय खानों को भारतीय करते है, असल में आपको यह पढ़ कर महसूस होगा कि आधे फूड तो भारतीय है ही नहीं। जिस समय विदेशी आक्रमण हुए नहीं। वह अपने साथ कई रेसिपी लाएं। अगर हम उन्हें निकाल दें, तो हमारे पास ऐसा कुछ स्पेशल नहीं है कि हम कहें कि यह भारतीय है।
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