Ganesh chaturthi 2018: गणेश चतुर्थी पर घर पर ऐसे आसानी से बनाएं मोदक
मार्केट में मिलावटी मोदक मिलते है। इसलिए हम आपको बताते है कि कैसे आप आसानी से घर पर ही मोदक बना सकते है। मोदक बनाना बहुत ही सरल होता है। जानिए इन्हें बनाने की विधि के बारें में।
रेसिपी डेस्क: गणेश चतुर्थी 13 सितंबर 2018 को पूरे देश में मनाई जाएंगी। जो कि 23 सितंबर तक चलेगा। गणेश चतुर्थी पर लोग बप्पा बाबा की पूजा अर्चना करते है। जगह-जगह पर पंडाल लगाएं जाते है। जिनमें विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस दिनों भगवान को मोदक का भोग लगाया जाता है। मोदक भगवान गणेश के सबसे प्रिय भोग है।
अब सबसे बड़ा ये सवाल है कि शुद्ध मोदक कहां से लाए जाएं। मार्केट में मिलावटी मोदक मिलते है। इसलिए हम आपको बताते है कि कैसे आप आसानी से घर पर ही मोदक बना सकते है। मोदक बनाना बहुत ही सरल होता है। जानिए इन्हें बनाने की विधि के बारें में। (Ganesh Chaturthi 2018: गणेश चतुर्थी पर इस शुभ मुहूर्त में करें बप्पा की स्थापना, साथ ही इस सामग्री से ही करें पूजा )
सामग्री
1. तीन चुटकी केसर
2. तीन कप मैदा
3. डेढ़ कप नारियल पाउडर
4. सात चम्मच चाशनी
5. तीन कप रवा
6. दो चम्मच इलायची पाउडर
7. एक चम्मच घी
8. तीन कप तेल
9. नमक स्वादानुसार
यू बनाएं केसरी मोदक
सबसे पहले मोदक बनाने के लिए एक बाउल ले और उसमें थोड़ा सा दूध लें लीजिए फिर उसमें केसर डाल कर पंद्रह मिनट के लिए भिगो कर अलग रख दे। अब उसके बाद एक अलग बाउल में मैदा लीजिए और उसमें रवा मिला दे, उसके बाद उसमें भी थोड़ा केसर डाल दे और पांच मिनट तक अच्छे से पूरे में मिला लें। फिर आटे में नमक और पानी मिला कर उसे गूंथ लें और उसे दस मिनट तक अलग रख दे। (Ganesh Chaturthi 2018: गणेश चतुर्थी के दिन भूलकर इस दिशा में गणपति को न करें स्थापति, हो जाएगे कंगाल )
अब एक डीप फ्राइंग पैन लें और उसे गैस पर रखे, फिर उसमें चीनी की चाशनी डाल दे। इसे पैन पर अच्छी तरह से फैला लें और उसमें नारियल पाउडर, इलायची पाउडर डाल कर कुछ मिनट तक भून लें। फिर उसमें घी डाले और मिक्स कर के गैस से पैन को उतार ले और ठंडा होने के लिए रख दे। अब आटे की छोटी छोटी गोलियां बनाए और अपनी हथेलियों से उसे दबा कर उसमें नारियल का मिश्रण भरिए।
हर गोली में एक चम्मच भरे और फिर आटे को चारो ओर से एक साथ ला कर दबा लें। अब फिर फ्राइंग पैन लें और उसमे तेल गरम कर लें, फिर सारे तैयार किये गए मोदक को उसमें गोल्ड रंग आने तक तल ले। जब यह तल जाएं तो इन्हे निकाल कर रख ले और फिर सबसे पहले इन्हे गणेश जी को भोग लगाऐ और बाद में सबको प्रसाद के तौर पर खिलाए।