गुरु हुए मार्गी, जानिए किन राशियों पर पड़ रहा है सबसे ज्यादा असर
सुबह 11 बजे मकर राशि में ही मार्गी यानि सीधी गति से गोचर करने लगेंगे और मार्गी गति से चलते हुए 20 नवंबर की रात 11 बजकर 24 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार सुबह 11 बजे गुरु मकर राशि में मार्गी हो गए है। इससे पहले गुरु 20 जून को कुंभ राशि में वक्री हुए थे और वक्री यानि उल्टी गति से चलते हुए 14 सितंबर की दोपहर 2 बजकर 27 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश कर गए थे और आज सुबह 11 बजे मकर राशि में ही मार्गी यानि सीधी गति से गोचर करने लगेगे और मार्गी गति से चलते हुए 20 नवंबर की रात 11 बजकर 24 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
गुरु के मार्गी गोचर विभिन्न राशि वालों के जन्म पत्रिका के किस स्थान पर हो रहा है और इसके शुभ फल शुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करना चाहिए? जानिए
मेष राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके जन्म पत्रिका के दसवें स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से करियर में सफलता मिलेगी। सोने-चांदी या कपड़ा व्यापारी को लाभ होगा। 20 नवम्बर तक गुरु के शुभ फल पाने के लिए अपना सिर ढक्कर रखें और पीले केसर का तिलक भी लगाएं।
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वृष राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके जन्म पत्रिका के नवें स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपके भाग्य में वृद्धि होगी। कार्यों में सफलता मिलेगी। इस बीच आपकी सेहत ठीक रहेगी। आप दूसरों के बीच लोकप्रिय होंगे। गुरु के शुभ फल पाने के लिए प्रतिदिन मंदिर में माथा टेकें।
मिथुन राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके कुण्डली के आठवें स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको सभी सांसारिक सुख का लाभ मिलेगा।आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। गुरु के शुभ फल बनाये रखने के लिए घर पर आये साधु-संतों को भी खाली हाथ ना जाने दें।
कर्क राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके पत्रिका के सातवें स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आप धर्म के कार्यों में अपना पूरा सहयोग देंगे। धन-संपत्ति के मामले में मेहनत के अनुरूप ही फल मिलेंगे। लिहाजा 20 नवम्बर तक गुरु की अशुभ स्थिति से बचने के लिए लाल गुंजा के कुछ बीज लेकर, पीले कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें।
सिंह राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके पत्रिका के छठे स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से भाग्य का पूरी तरह से साथ नहीं मिल पायेगा। धन की वृद्धि होने में कुछ परेशानी आ सकती है। लिहाजा गुरु के शुभ फल प्राप्त करने के लिए छोटी कन्याओं को पीले रंग का कपडा भेंट करें और उनका आशीर्वाद लें।
कन्या राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके जन्म पत्रिका के पांचवें स्थान पर होने जा रहा है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से गुरुजनों का आपको पूरा सहयोग मिलेगा। साथ ही जीवनसाथी से आपके संबंध ठीक होंगे। लिहाजा गुरु के अशुभ फलों से बचने के लिए भगवान गणेश की उपासना करें और धार्मिक कार्यों में अपना सहयोग देते रहें।
तुला राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके कुण्डली के चौथे स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से माता का सहयोग प्राप्त होगा। आपको दूसरों की सहायता करने का मौका मिलेगा। स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। गुरु के शुभ फल बनाये रखने के लिए अपने से बड़ों का आशीर्वाद लें और उन्हें कुछ गिफ्ट भी जरूर करें ।
वृश्चिक राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके जन्म पत्रिका के तीसरे स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से धन लाभ होगा। दूसरों के सामने अपनी बात रखने में हिचकिचाहट महसूस होगी। विरोधी आप पर हावी होने की कोशिश करेंगे। लिहाजा गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए माँ दुर्गा की पूजा करें। साथ ही छोटी कन्याओं का आशीर्वाद लें।
धनु राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके जन्म पत्रिका के दूसरे स्थान पर होगा| गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपको धन का लाभ होगा। मिट्टी के काम से जुड़े लोगों को इस बीच अधिक लाभ मिलेगा। गुरु के इस मार्गी गोचर का शुभ फल पाने के लिए सवा किलो चने की दाल पीले कपड़े में बांधकर मंदिर में दान करें।
मकर राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके कुण्डली के पहले स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर रहेगी। आपका गुड बिहेवियर आपको तरक्की की राह पर ले जायेगा। सेहत भी अच्छी रहेगी। लिहाजा गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए जरुरतमंद लोगों की सहायता करें।
कुंभ राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके जन्म पत्रिका के बारहवें स्थान पर होगा। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना चाहिए। इस दौरान विद्या का लाभ मिलेगा। तो गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए 20 नवम्बर तक अपने माथे पर हल्दी का तिलक लगाएं।
मीन राशि
गुरु का मार्गी गोचर आपके कुण्डली के ग्यारहवें स्थान पर होने जा रहा है। गुरु के इस गोचर के प्रभाव से धार्मिक कार्यों में रुचि लेंगे। पारिवारिक रिश्ते मजबूत होंगे। साथ ही भाईयों का साथ मिलेगा। इस दौरान गुरु के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए परिवार की मदद जरूर करें।