हेल्थ डेस्क: वजन अगर तेजी से बढ़े या घटे दोनों ही बीमारी के संकेत हो सकते हैं। अचानक से वजन बढ़ना या घटना आपके लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। ऐसे में आपको कुछ खास टिप्स फॉलो करने की जरूरत है। वजन कम होना आज के समय में एक सामान्य समस्या है।
हालांकि इसको बढ़ाने से पहले वजन कम होने का कारण जानना चाहिए क्योंकि वजन कम होना या अंडरवेट होना भी किसी न किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है। जरूरी जांच व डॉक्टरी सलाह के बाद पौष्टिक आहार और फल को खाने में शामिल करने के साथ हल्की एक्सरसाइज की जाए तो वजन बढ़ सकता है।
बीएमआई है आधार
वजन को मापने के लिए बॉडी मास इंडेक्स(बीएमआई) फॉर्मूले काम में लेते हैं जिसमें दोगुने लंबाई को वजन से भाग देते हैं। व्यक्ति का बीएमआई 19 से कम है तो वह अंडरवेट, 19-24 के बीच है तो पूरी तरह स्वस्थ व 24 से अधिक है तो व्यक्ति ओवरवेट की श्रेणी में आता है। वजन बढ़ाने से पहले उसके कम होने का कारण जानना होगा ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो।
सप्लीमेंट्स-स्टोरॉएड्स नुकसानदेह
वजन बढ़ाने के लिए अधिकतर युवा जिम जा रहे हैं जहां स्टेरॉयड्स और दूसरे फूड सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल बिना डॉक्टरी सलाह के करते हैं। ऐसा करने से शरीर में तरल की मात्रा में अंसतुलन हो जाता है और सूजन आने लगती है। इसका सीधा असर मांसपेशियों और हड्डियों पर पड़ता है जो कमजोर होने लगती है। इस कारण व्यक्ति को थकान और अलग महसूस होता है।
लिवर का मजबूत होना जरूरी है
लिवर मानव शरीर की फैक्ट्री है जो सभी अंगों को पोषक तत्व पहुंचाने का काम करता है। ऐसे में लिवर में किसी तरह की तकलीफ है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें लापरवाही बरतने से वजन कम होने या स्थिर रहने की समस्या हो सकती है। पाचन संबंधी कोई तकलीफ, भूख न लगना, गैस बनने की समस्या लगातार चल रही है तो डॉक्टर को दिखाकर जल्द से जल्द उसका इलाज करना चाहिए।
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