Gynecomastia
'गाइनेकोमैस्टिया' का इलाज क्यों जरूरी है?
दरअसल, युवाओं में 'गाइनेकोमैस्टिया' से गंभीर मनोवैज्ञानिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं, क्योंकि पीड़ित के शरीर की छवि नकारात्मक बन जाती है, जिससे उसके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचती है। इससे पेशेवर जीवन और सामाजिक रिश्तों पर भी असर पड़ता है। इसकी शल्य चिकित्सा दशकों से उपलब्ध है, लेकिन बहुत सारे मरीज इलाज से घबराते हैं।
स्तनों के छोटे उभार का इलाज बिना सर्जरी भी संभव है। इसे क्रियोलिपोलाइसिस कहते हैं। इसमें शरीर के वसा नॉन-इनवेसिव यानी ज्यादा खतरा पैदा नहीं होने के स्तर तक ठंडा करके वसा कोशिका में विखंडित किया जाता है। इसका असर दो से चार महीने में दिखने लगता है।
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