क्या है फैटी लिवर की बीमारी, जानिए इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीको के बारे में
फैटी लिवर वह बीमारी है जिसके अंतर्गत लिवर की कोशिकाओं में अधिक मात्रा में फैट जमा हो जाता है।
नई दिल्ली: लिवर (liver ) हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है और स्वस्थ जीवन के लिए इसका सही तरीके से काम करना बेहद जरूरी होता है। आजकल लोग अपनी फास्ट लाइफस्टाइल में खान पान का विशेष ध्यान नहीं रख पाते हैं और ऐसे लोगों की फैटी लिवर ( fatty liver ) की बीमारी से पीडि़त होने की संभावना सबसे अधिक होती है। लिवर में वसा का अधिक मात्रा में जमा होना शुरुआत में भले बहुत नुकसानदायक ना लगता हो लेकिन लंबे समय तक ऐसी स्थिति रहने पर मामला गंभीर हो जाता है। इसलिए अगर यदि शुरुआती दिनों में इन बीमारियों पर ज्यादा ध्यान ना दिया जाए तो बाद में यह लोगो की परेशानी का सबसे बड़ा कारण बन जाता है। इन्हीं बीमारियों में से एक है फैटी लीवर।
क्या है फैटी लिवर (fatty liver ) की बीमारी ?
फैटी लिवर वह बीमारी है जिसके अंतर्गत लिवर की कोशिकाओं में अधिक मात्रा में फैट जमा हो जाता है। लिवर में वसा की कुछ मात्रा का होना तो सामान्य बात है लेकिन फैटी लिवर बीमारी व्यक्ति को केवल तब होती है जब वसा की मात्रा लिवर के भार से 10 प्रतिशत अधिक हो जाती है।
Liver function : भोजन को पचाने और पित्त बनाने का काम करता है लिवर
हमारे शरीर में दूसरा सबसे बड़ा माने जाने वाला अंग लिवर ही है। लीवर हमारे शरीर में भोजन पाचन करने से लेकर पित्त बनाने का काम करता है। यदि लिवर में किसी भी तरह की कोई समस्या आती है तो यह सारे कार्य स्थगित हो जाते है। शोधकर्ताओं के अनुसार यह बताया गया है कि जिन लोगों में फैटी लिवर की समस्या पाई जाती है उन्हें भविष्य में डायबिटीज होने का खतरा हो सकता है। इसलिए एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए आवश्यक है कि इन बीमारियों से जल्दी ही निजात पाया जाए।
आइएं अब जानते है इसके कारण, लक्षण और बचाव के तरीको के बारे में
फैटी लिवर के कारण (fatty liver causes ) : बदलते खान-पान स्टाइल ने आज के समय में फैटी लिवर के मरीज़ो की संख्या में काफी वृद्धि की है। इसके अलावा इन कारणों की वजह से भी व्यक्ति को फैटी लिवर जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है जैसे:-
1. शरीर में विटामिन बी की कमी होना।
2. अधिक मात्रा में एल्कोहल का सेवन करना।
3. अधिक कॉलेस्ट्रॉल वाला आहार लेना।
4. आपकी लाइफस्टाइल की वो आदतें जो आपके हेल्थ और गलत खानपान से जुड़ी हैं, जैसे फास्ट-फूड व तले हुए खाने का सेवन करना।
5. दूषित मांस खाना, गंदा पानी पीना, मिर्च मसालेदार और चटपटे खाने का अधिक सेवन करना।
6. पीने वाले पानी में क्लोरीन की मात्रा का अधिक होना।
7. एंटीबायोटिक दवाईयों का अधिक मात्रा में सेवन करना।
8. मलेरिया, टायफायड से पीडि़त होना।
9. सौंदर्य वाले कास्मेटिक्स का अधिक इस्तेमाल करना।
10. हेपेटाइटिस ए, बी या सी इंफेक्शन।
आगे पढ़े लक्षण और ध्यान में रखने योग्य बातों के बारें में