धुम्रपान छोड़ने पर भी हो सकता है हृदय रोग, मुंह का कैंसर
नई दिल्ली: सेहत के मामले में धूम्रपान दुनियां में आज सबसे बड़ी समस्याओं में से एक हैं। धूम्रपान में सिगरेट के साथ-साथ पाइप, सिगार, हुक्का आदि शामिल है। लंबे समय तक धूम्रपान करने वालों में
नई दिल्ली: सेहत के मामले में धूम्रपान दुनियां में आज सबसे बड़ी समस्याओं में से एक हैं। धूम्रपान में सिगरेट के साथ-साथ पाइप, सिगार, हुक्का आदि शामिल है। लंबे समय तक धूम्रपान करने वालों में से आधों की धूम्रपान से संबंधित बीमारियां जान ले लेती हैं। इसीलिए पूरी दुनियां में धुम्रपान के ख़िलाफ़ एक मुहिम चली हुई है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस लत को छोड़ने से भी इसके भयंकर नतीजों से पीछा नहीं छूटता।
1 लाख लोगों की होती है मौत
एक रिपोर्ट के अनुसार लगातार धुम्रपान करने के बाद, जब आप अचानक से इसे छोड़ते हैं तो इससे आपकी सेहत पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। यूके में लगभग 10 बिलियन लोग धुम्रपान करते हैं। इस 10 बिलियन लोगों में से कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इसे छोड़ना चाहते हैं। एक रिपोर्ट से यह पता चला है कि चेन स्मोकर जब इसे छोड़ते हैं तो एडिक्शन के कारण उनकी मौत हो जाती है। और इसी कारण दुनिया में हर साल कम से कम 1 लाख लोगों की मौत होती है। रिपोर्ट के अनुसार धुम्रपान के 20 से 30 मिनट बाद ब्लड प्रेशर और प्लस रेट गिरने लगता है साथ ही खून में मौजूद कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा भी कम हो जाती है। लगातार धुम्रपान करने वाला व्यक्ति अगर 5 साल तक धुम्रपान को छोड़ देता है तो उसे हृदय रोग, और मुंह के कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
धूम्रपान और बुद्धि
हम सभी जानते हैं कि धूम्रपान करने वालों को ही नहीं बल्कि उनके आस-पास रहने वालों को भी बीमारियां होने का ख़तरा रहता है। 2007 की एक रिपोर्ट के अनुसार प्रत्येक वर्ष दुनिया भर में 4.9 मिलियन लोग धूम्रपान की वजह से मरते हैं। दुनिया में एक बिलियन लोग धुम्रपान करते हैं। 2010 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग धूम्रपान करते हैं उनमे धूम्रपान न करने वालों की तुलना में कम बुद्धि (I.Q.) होती है। जिन्होनें कभी धूम्रपान नहीं किया उनकी औसत बुद्धि 101 थी, जबकि एक पैकेट से अधिक धूम्रपान करने वालों की औसत बुद्धि 90 थी। धुम्रपान करने वाले लोगों की संख्या में 1/3 भाग व्यस्क आबादी है।