इस वजह से लगातार बढ़ रहा है विद्या बालन का वजन, एक्ट्रेस ने खुद किया खुलासा
विद्या बालन अपनी फिल्म और एक्टिंग की वजह से आए दिन सुर्खियों में रहती है लेकिन इन दिनों वह अपनी मोटापे की वजह से खासा सुर्खियां बटोर रही हैं। कुछ दिन पहले विद्या को लेकर यह भी खबर आ रही थी
नई दिल्ली: विद्या बालन अपनी फिल्म और एक्टिंग की वजह से आए दिन सुर्खियों में रहती है लेकिन इन दिनों वह अपनी मोटापे की वजह से खासा सुर्खियां बटोर रही हैं। कुछ दिन पहले विद्या को लेकर यह भी खबर आ रही थी कि शायद को प्रेग्नेंट है इसलिए उनका वजन बढ़ रहा है लेकिन दिन पर दिन वजन घटने के बजाए बढ़ते देख आखिरकार रिपोर्टर ने विद्या से उनके बढ़ते वजन की खास ।
अवार्ड फंक्शन हो या किसी भी तरह के प्रोग्राम में विद्या काफी मोटी नजर आती हैं। एक इंटरव्यू के दौरान विद्या से बढ़ते वजन को लेकर सवाल किये गए तो विद्या ने कहा कि बढ़ते वजन की वजह है हार्मोनल इंबैलेंस। जैसा कि आपने कुछ सारा अली खान के बारे में पढ़ा होगा कि सारा को PCOS बीमारी थी लेकिन सारा ने वर्काउट और जिम करके इससे निजात पा लिया है। फिल्मफेयर को दिए इंटरव्यू ने विद्या ने खुलासा किया कि कैसे वह हर दिन इससे जूझ रही है। सिर्फ इतना ही नहीं विद्या ने कहा मुझे इसे पूरी जिंदगी झेलनी पड़ेंगी।
विद्या आगे कहती हैं कि बचपन में मुझे सभी कहते थें देखन में इतनी प्यारी है बस वजन ज्यादा है तोड़ा वजन कम करोगी तो बेहद खूबसूरत लगोगी। और मैंने कई तरह के व्यायाम घर में ही करने शुरु किये लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
हार्मोन्स का संतुलन जब बिगड़ने लगता है तो शरीर में तमाम तरह के बदलाव होने लगते हैं। महिलाओं में हार्मोनल चेंजेज जब आते हैं तो उन पर विशेष तरह के संकेत दिखाई देते हैं। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में हार्मोनल चेंज ज्यादा असर डालता है। महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल चेंज ज्यादा होता है और उसकी वजह से महिलाओं में बहुत से नकारात्मक संकेत भी होते हैं।
आइए जानते हैं ऐसे कुछ संकेतों के बारे में जो हार्मोनल चेंज की वजह से होते हैं।
सेक्स ड्राइव कम होना
महिलाओं में जब हार्मोनल चेंज होते हैं तो लिबिडो कम होने लगता है जिसकी वजह से उनकी सेक्स ड्राइव कम होने लगती है। शरीर में जब लिबिडो का लेवल कम होता है तो उसका असर एस्ट्रोजन हार्मोन पर भी पड़ता है। एस्ट्रोजन हार्मोन सेक्स ड्राइव के लिए सबसे अहम हार्मोन होता है। अगर आप में भी सेक्स के प्रति अरूचि या सेक्स ड्राइव कम हो रही है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए।
वजन बढ़ना
शरीर में जब हार्मोनल बदलाव आते हैं तो शरीर में कोर्टिसोल का स्तर भी बढ़ने लगता है। कोर्टिसोल के स्तर बढ़ोत्तरी का मतलब है तनाव का बढ़ना और जब तनाव बढ़ता है तो नींद कम आने लगती है जिसकी वजह से मोटापा आने लगता है। अगर आप में भी वजन बढ़ने के संकेत दिखाई दे रहें तो आपको हर्मोनल चेंज के बारे में सतर्क होने की जरूरत है।
चिड़चिडापन और गुस्सा
हार्मोनल चेंज का सबसे बड़ा संकेत मानव के स्वभाव में परिवर्तन को भी माना जाता है। अगर आपको गुस्सा या चिड़चिडेपन की आदत लग रही है तो आपको इसे हार्मोनल चेंज के तौर पर जरूर देखना चाहिए।
तनाव या डिप्रेशन
अक्सर लोगों में एक उम्र के बाद तनाव और डिप्रेशन के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। अगर हर वक्त तनाव का एहसास हो तो सतर्क होना चाहिए यह डिप्रेशन में बदल सकता है। कई शोध में इस बात का खुलासा हुआ है कि डिप्रेशन की खास वजह हार्मोनल चेंज होता है।
याददाश्त और ध्यान
महिलाओं में जब किसी बात को बार-बार याद करने की समस्या हो तो इसे हार्मोनल चेंज के तौर पर जरूर परखना चाहिए। किसी काम में अगर मन न लगे या ठीक से फोकस न कर पायें तो इसे हार्मोनल चेंज का संकेत समझना चाहिए।