मर्दों में ऐसे होते हैं थायराइड के लक्षण, इन चीजों के सेवन से मिलेगी इंस्टेंट राहत
World Thyroid Day 2019: हर साल की तरह इस साल भी 25 मई यानि आज के दिन पूरे विश्व में 'थायराइड डे' मनाया जा रहा है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसको लेकर लोगों के बीच कुछ खास जागरुकता नहीं है। लेकिन इस बीमारी को लेकर अक्सर एक बात कही जाती है कि अगर सही समय पर रोकथाम नहीं की गई तो यह बढ़ते समय के साथ गंभीर रूप ले सकती है।
India TV Lifestyle Desk May 25, 2019, 13:49:50 IST
World Thyroid Day 2019: हर साल की तरह इस साल भी 25 मई यानि आज के दिन पूरे विश्व में 'थायराइड डे' मनाया जा रहा है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसको लेकर लोगों के बीच कुछ खास जागरुकता नहीं है। लेकिन इस बीमारी को लेकर अक्सर एक बात कही जाती है कि अगर सही समय पर रोकथाम नहीं की गई तो यह बढ़ते समय के साथ गंभीर रूप ले सकती है।
कुछ साल पहले तक थायराइड Thyroid को महिलाओं की बीमारी कहा जाता था। लेकिन अब पुरुषों में भी धीरे धीरे ये बीमारी पैर पसारती जा रही है। 25 साल के बाद शहरी पुरुषों को थायराइड होने की संभावना पिछले कुछ सालों में बढ़ी है। ऐसे में पुरुषों को चाहिए कि वो थायराइड को नजरंदाज करने की बजाय इसके उपायों पर गौर करें ताकि इस बीमारी से बचा जा सके।
पुरुषों में थायराइड के लक्षण (Thyroid symptoms)
महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में थायराइड के लक्षण कुछ अलग तरह से होते हैं। एक तरफ जहां महिलाओं का इस बीमारी में वजन कम या ज्यादा होता है, उनके पीरियड्स में दिक्कत आती है। वहीं पुरुषों में एकाएक वजन बढ़ना , थकावट, तनाव, पसीना आना कम होना, हार्ट बीट कम होना, बाल रूखे और सफेद होना और हाई ब्लड प्रेशर होना इसके सबसे करीबी संकेत हैं।
महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में थायराइड के लक्षण कुछ अलग तरह से होते हैं। एक तरफ जहां महिलाओं का इस बीमारी में वजन कम या ज्यादा होता है, उनके पीरियड्स में दिक्कत आती है। वहीं पुरुषों में एकाएक वजन बढ़ना , थकावट, तनाव, पसीना आना कम होना, हार्ट बीट कम होना, बाल रूखे और सफेद होना और हाई ब्लड प्रेशर होना इसके सबसे करीबी संकेत हैं।
पुरुष सबसे ज्यादा परेशान होते हैं वजन बढ़ने से। डाइटिंग और जिम करने के बावजूद जब इस बीमरी के चलते वजन बढ़ता है तो लोग तरह तरह के उपाय करते हैं। तरह तरह की दवाएं खाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि आर्युवेद के कुछ नुस्खे बिना किसी साइड इफेक्ट के थाइराइड के चलते बढे वजन को कम करने में सहायक होते हैं। ये चीजें आपको आपकी रसोई में ही मिल जाएंगी, इसके लिए ज्यादा मेहनत करने की भी जरूरत नहीं है।
आइए जानते हैं आयुर्वेद के कुछ आसान से नुस्खे जिन्हें अपनाकर थाइराइड के चलते बढ़े वजन को कम किया जा सकता है-
धनिए का पानी
खड़ा धनिया (साबुत) धनिया ले आएं और पीसकर चूरन बना लें। इसे पानी में मिलाकर पानी उबाल लें और ड्रिंक की तरह इसका सेवन करें। 15 दिन में हाइपो थाइराइड और हाइपर थाइराइड में आराम दिखना आरंभ हो जाएगा।
खड़ा धनिया (साबुत) धनिया ले आएं और पीसकर चूरन बना लें। इसे पानी में मिलाकर पानी उबाल लें और ड्रिंक की तरह इसका सेवन करें। 15 दिन में हाइपो थाइराइड और हाइपर थाइराइड में आराम दिखना आरंभ हो जाएगा।
लौकी का रस
लौकी का रस भी थाइराइड में वरदान कहा जाता है। लौकी के टुकड़ों को काटकर अदरक के साथ मिक्सी में पीस लें। अब इस मिश्रण में काला नमक और नींबू मिलाकर इसे पेय की तरह बना लें और फिर शहद भी मिला लें। इसको पेय की तरह दिन में दो बार पिएंगे तो एक महीने में असर दिखने लगेगा।
लौकी का रस भी थाइराइड में वरदान कहा जाता है। लौकी के टुकड़ों को काटकर अदरक के साथ मिक्सी में पीस लें। अब इस मिश्रण में काला नमक और नींबू मिलाकर इसे पेय की तरह बना लें और फिर शहद भी मिला लें। इसको पेय की तरह दिन में दो बार पिएंगे तो एक महीने में असर दिखने लगेगा।
काली मिर्च
काली मिर्च को पीसकर पाउडर बना लें और सुबह शाम अपनी सब्जी में इस चूरन को ऊपर से डालकर खा लें। अगर वजन ज्यादा बढ़ा है तो काली मिर्च को पानी में उबालकर इस पानी को सुबह उठने के तुरंत बाद पी लें। करीब 15 दिन तक इस नुस्खे को आजमाएं,धीरे धीरे वजन कम होना आरंभ हो जाएगा। काली मिर्च में पिपेरिन पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल की तरह काम करता है अलसी के बीज थायराइड को नियंत्रित करने के साथ-साथ वजन को भी कम करते हैं।
काली मिर्च को पीसकर पाउडर बना लें और सुबह शाम अपनी सब्जी में इस चूरन को ऊपर से डालकर खा लें। अगर वजन ज्यादा बढ़ा है तो काली मिर्च को पानी में उबालकर इस पानी को सुबह उठने के तुरंत बाद पी लें। करीब 15 दिन तक इस नुस्खे को आजमाएं,धीरे धीरे वजन कम होना आरंभ हो जाएगा। काली मिर्च में पिपेरिन पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट और एंटीमाइक्रोबियल की तरह काम करता है अलसी के बीज थायराइड को नियंत्रित करने के साथ-साथ वजन को भी कम करते हैं।
अलसी के बीज
अलसी के बीजों को पीसकर चूरन बना लें और सुबह शाम दूध या फलों के रस में इस चूरन को मिलाकर सेवन करें। थाइराइड में अलसी के तेल का सेवन भी काफी लाभकारी माना जाता है। दरअसल अलसी में मैग्नीशियम और विटामिन-बी12 होता है, जो शरीर की कार्यप्रणाली में सुधार लाते हैं और हाइपो थायराइड को खत्म करने का काम करते हैं।
अलसी के बीजों को पीसकर चूरन बना लें और सुबह शाम दूध या फलों के रस में इस चूरन को मिलाकर सेवन करें। थाइराइड में अलसी के तेल का सेवन भी काफी लाभकारी माना जाता है। दरअसल अलसी में मैग्नीशियम और विटामिन-बी12 होता है, जो शरीर की कार्यप्रणाली में सुधार लाते हैं और हाइपो थायराइड को खत्म करने का काम करते हैं।
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