हेल्थ डेस्क: इंडियन शादी में हम लड़का-लड़की की सुंदरता, दहेज, कुंडली सभी चीजों पर बात कर लेते हैं लेकिन जो लड़का-लड़की दोनों की लाइफ के लिए जरूरी है उन चीजों पर बात नहीं करते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं मेडिकल चेकअप की। इसको लेकर हमलोग कोई बात नहीं करते हैं। मेडिकल चेकअप को लेकर लोग बात करना पसंद भी नहीं करते। शादी को लेकर हर कोई खासा उत्साहित होता है। माता-पिता भी कुंडली मिलाने लगते हैं लेकिन कभी ये जानना नहीं चाहते थे कि मेरी बेटी जिस घर जा रही है उस घर में को जेनेटिक प्रॉबल्म तो नहीं है न ? आज आपको बताते हैं कि आखिर क्यों जरूरी है लड़का-लड़की का मेडिकल चेकअप करवाना ?
Rh फैक्टर
RH फैक्टर अगर लड़का लड़की का सामान है तो बहुत अच्छी बात है। प्रेग्नेंसी के समय बच्चे और मां का अलग-अलग RH फैक्टर होने से मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अगर आप एक महिला हैं और आपकी उम्र ज्यादा है तो शादी करने से पहले अपनी ओवरी की जांच करवाएं। इससे आपकी मां बनने की क्षमता का पता चल जाएगा।
जेनेटिक डिजीज
जेनेटिक डिजीज को जानने के लिए टेस्ट करवाना चाहिए। इसके लिए सबसे पहले आपके होने वाले पार्टनर को कोई अनुवांशिक बीमारी तो नहीं है। जानकारी होने पर बचाव कर सकते हैं। जेनेटिक डिजीज आगे जाकर एक हनिकारक रुप ले लेती है। इससे आपको कई तरह की बीमारी हो सकती है और ये सिर्फ आपको ही नहीं आगे जाकर आपके बच्चे को भी हो सकती है। जेनेटिक डिजीज आपके कई वंश तक अपना असर छोड़ती है।
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