नई दिल्ली: कैंसर को लेकर अक्सर एक बात कही जाती है कि इसके शुरुआती लक्षण का पता नहीं चलता लकनि धीरे-धीरे यह शरीर में ऐसा घर करती है कि इंसान के मौत के बाद भी उसका पीछा छोड़ती है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि पुरुषों में कैंसर के लक्षण औरतों के मुकाबले अलग है।
कैंसर के शुरूआती लक्षणों को अगर पहचान लिया जाये तो इसे खतरनाक स्टेज तक जाने से रोका जा सकता है। शुरुआती अवस्था में पहचान होने के बाद इसके उपचार में आसानी भी होती है और इसके कारण होने वाली मौतों को भी रोका जा सकता है। एक अनुमान के मुताबिक पुरुषों में कैंसर से होने वाली मृत्यु में 31 प्रतिशत फेफड़े के कैंसर, 10 प्रतिशत प्रोस्टेट, 8 प्रतिशत कोलोरेक्टल, 6 प्रतिशत पैंक्रिएटिक और 4 प्रतिशत लिवर कैंसर से होती हैं। इसलिए इसके शुरूआती लक्षणों को नजरअंदाज न करें।
आंत में समस्या
आंतों में सामान्य समस्या होना बड़ी बात नहीं, लेकिन अगर लगातार आंतों में समस्या है तो यह कोलेन या कोलोरेक्टल कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। डायरिया और अपच की समस्या इस लक्षण को दर्शाते हैं। इसके कारण पेट में गैस और पेट में दर्द की समस्या भी हो सकती है।
खून का बहना
लगातार खून का बहना भी कैंसर का लक्षण हो सकता है। अगर कैंसर की संभावना है तो इसके कारण खून मलाशय के द्वारा बाहर निकलता है। यह कोलेन कैंसर का लक्षण है। हालांकि यह समस्या 50 की उम्र के बाद होती है, लेकिन वर्तमान लाइफस्टाइल के कारण यह किसी भी उम्र में हो सकती है।
टॉयलेट करते वक्त कई तरह के बदलाव
मूत्र त्यागने के समय अगर पीड़ा होती हो अथवा मूत्र में रक्त की मौजूदगी पाई जाती हो तो ये प्रोस्टेट कैंसर अथवा डिम्बग्रंथि कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। मूत्र असंयम की समस्या भी कैंसर का लक्षण हो सकती है।
टेस्टिक्लस में बदलाव
टेस्टिक्लस का बदलना, टेस्टिकुलर कैंसर संकेत हो सकता है। अगर आपके टेस्टिकल्स का आकार बढ़ रहा है तो इसे नजरअंदाज न करें। टेस्टिकुलर कैंसर ज्यादातर 20 से 39 साल की उम्र में होता है।
पीठ में दर्द होना
काम की अधिकता और कुर्सी पर गलत पोस्चर में बैठने के कारण पीठ में दर्द होना सामान्य है। लेकिन अगर लगातार पीठ में दर्द हो रहा हो तो यह कोलोरेक्टल या प्रोस्टेट कैंसर का कारण हो सकता है। इसके अलावा कमर के आसपास की मांसपेशियों में भी दर्द होता है।
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